सिद्धू परिवार पर बड़ा हमला-नवजोत फिल्म इंडस्ट्री में रहे व्यस्त…..पीछे पत्नी लेती रही पैसे
एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।
पंजाब विधानसभा चुनाव-2022 की पिच गरम हो चुकी है। मैदान में एक-दूसरे खिलाड़ी के समर्थन में खूब बयानबाजी हो रही है। इस बार बड़ा बयान पाकिस्तानी पत्रकार कैप्टन अमरिंदर सिंह महिला मित्र अरूसा आलम का सामने आया। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को अपने निशाने पर लेते हुए कहा कि पार्टी अपनी करणी की सजा भुगत रही है। सबसे कमजोर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को करार दिया। कैप्टन को फाइटर की उपाधि दी गई। सिद्धू परिवार पर हमला बोलते कहा कि सिद्धू अक्सर फिल्म इंडस्ट्री में व्यस्त रहें, जबकि पीछे उनकी पत्नी पैसे लेती रही है।
इस प्रकार का बयान सामने आने पर कांग्रेस के भीतर हलचल मच चुकी है। क्योंकि कैप्टन को सीएम की पोस्ट से बाहर का रास्ता दिखाने में सिद्धू ही ने सरकार के मंत्रियों तथा विधायकों के बीच लाबी तैयार की गई। जिस कारण हाईकमान ने कैप्टन को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया। चूंकि , कैप्टन इस बार भाजपा के साथ गठबंधन के तौर पर चुनाव लड़ रहे है। मुकाबला काफी कड़ा है। ऐसे में इस मैदान में कैप्टन के समर्थन में कैप्टन पाकिस्तानी पत्रकार महिला मित्र अरुसा आलम उनके लिए मैदान में डट गई।
उन्होंने तो अपने मित्र कैप्टन के लिए तो सारी कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर दिया। इतना ही नहीं कांग्रेस के निर्वतमान सीएम को तो सबसे कमजोर सीएम का करार दे दिया तथा पार्टी को इतना तक कह दिया है कि वह अब अपनी करणी की सजा भुगत रही है। सिद्धू दंपत्ति पर एक-एक करके कई प्रहार किए। उन पर संगीन आरोप लगाने से भी बिल्कुल पीछे नहीं हटी। अब देखना होगा कि सियासी अखाड़ा में आलम के बयान से कितना बड़ा भूचाल आता है।
फिलहाल, एक बात तो साफ है कि विपक्ष को कांग्रेस को फिर से घेरने का अवसर मिल गया। अभी कांग्रेस की मुश्किलें कम ही नहीं हुई थी कि इस बयान ने कांग्रेस में भूचाल ला दिया।
कौन है अरूसा आलम
आरुसा आलम पाकिस्तान की एक मशहूर महिला पत्रकार है। वह कैप्टन की बहुत पुरानी दोस्त है। हमेशा ही वह कैप्टन के साथ देखी पाई गई। इतना ही नहीं कैप्टन पंजाब के सीएम थे तो कैप्टन ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ भी मुलाकात हुई थी। सोनिया के साथ भी काफी नजदीकियां सामने आई। चूंकि, कैप्टन कांग्रेस को अलविदा कह कर भाजपा के साथ गठबंधन के तौर पर चुनाव लड़ रहे है। इसलिए कैप्टन की तरफ से अरुसा ने अपना मोर्चा संभाल लिया। अब देखना होगा कि अरुसा के बयान पर कांग्रेस या सिद्धू क्या बयानबाजी करते है।