आप का विजय जुलूस आम नहीं काफी रहा खास…सरकारी परिवहन बसों की उड़ी खूब धज्जियां…बीआरटीएस को आप ने कर दिया रोड अवरुद्ध…बीच रोड पर केजरीवाल-भगवंत मान के लगा दिए होर्डिंग 

भगवंत मान दिल्ली के सीएम केजरीवाल के बने अंगरक्षक

एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।

पंजाब विधानसभा में आम आदमी पार्टी की जीत निश्चित हो जाने के उपरांत पार्टी द्वारा रविवार को अमृतसर में निकाला गया विजय जुलूस आम नहीं बल्कि काफी खास रहा। जुलूस में सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए आम आदमी पार्टी के निर्वाचित विधायकों ने सरकारी बसों यानी रोडवेज की बसों का प्रयोग किया। पूछने पर कुछ निर्वाचित विधायक भड़क उठे, ऊपर से साफतौर पर कुछ पत्रकारों के साथ बदतमीजी करते हुए वीडियो भी सामने आए। उसमें साफतौर पर कहा कि लोगों ने उन्हें प्यार देकर विधायक बनाया है, इसलिए आप कौन लोग होते है, हमसे पूछने वाले।

इतना ही नहीं अमृतसर के आम लोगों के लिए शुरू की गई बीआरटीएस को आप ने अपनी रैली के दौरान बसों को चलने तक नहीं दिया तथा रोड को अवरुद्ध कर दिया। लोगों तथा वाहनों के लिए चलने वाले रोड की बीच भावी मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के होर्डिंग लगाकर पूर्ण रूप से रोड को जाम कर दिया गया।  इतना ही नहीं, अरविंद केजरीवाल जहां-जहां गए, उनके अंगरक्षक बन कर भावी मुख्यमंत्री भगवंत मान साफतौर पर तस्वीरों में कैद हो गए। इससे एक बात साफ साबित हो जाती है कि मान तो नाम के मुख्यमंत्री बनने जा रहे है, जबकि बागडोर तो अरविंद केजरीवाल के हाथ रहने वाली है। 

चूंकि, आम आदमी पार्टी की रूपरेखा मुताबिक, रविवार को अमृतसर में विजय जुलूस निकालने का खाका तैयार हुआ था। पूर्व में अरविंद केजरीवाल तथा भावी मुख्यमंत्री भगवंत मान सबसे पहले पूर्व वीआईपी कल्चर (यानी ढेर सारी सुरक्षा कर्मियों) समेत सच्चखंड श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए पहुंचे। चारों तरह ये लोग सुरक्षा कर्मियों के घेरे के बीच नजर आए।

हालांकि, एक दिन पूर्व भगवंत मान के इशारे पर लगभग 120 निर्वाचित तथा पूर्व विधायक, मंत्रियों की सुरक्षा वापस ले ली गई। मगर खुद सुरक्षा कर्मियों के बीच हर तरफ दिखाई दिए। आम जनता तथा विपक्ष ने आम आदमी पार्टी के जुलूस को लेकर काफी सवाल खड़े किए।

उन्होंने कहा कि जनता का धन्यवाद करने से पूर्व जो वादे आपने लोगों से किए, उन्हें काम पर लगकर पूरा किया जाए। ऐसा, पूरा करके ही लोगों का दिल से विश्वास जीता जा सकता है। जुलूस में आम जनता परेशान हुई। सब जगह जाम लग गए। सरकारी बसों का दुरुपयोग किया गया। 

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