आप प्रत्याशी जीवनजोत कौर की बढ़ी मुश्किलें……..अदालत से जमानत लेने की चर्चा बैंक ऋण धोखाधड़ी केस में वर्ष 2017 से है भगौड़ी…..अदालत के दस्तावेज में आई सच्चाई सामने

आप प्रत्याशी जीवनजोत कौर (सौजन्य इंटरनेट मीडिया)

एसएनई न्यूज़.अमृतसर/चंडीगढ़।

आम आदमी पार्टी की विधानसभा हलका पूर्वी (अमृतसर) से महिला प्रत्याशी जीवनजोत कौर की लगता है दिन प्रतिदिन मुश्किलें बढ़ती जा रही है। मीडिया में मामला सामने आने के बाद अब प्रत्याशी ने भी अदालत का रुख तय करने का पक्का मन बना लिया। चर्चा, इस बात की चल रही है शुक्रवार को आप प्रत्याशी जीवनजोत कौर अदालत में पेश हो सकती है। फिलहाल, इस बारे प्रत्याशी की तरफ से कोई औपचारिक रुप से बयान नहीं सामने आया। बताया जा रहा है कि वीरवार को पूरी-पूरी चर्चा इस बात की थी कि आप प्रत्याशी जीवनजोत कौर अदालत में जमानत लेने के लिए कभी भी पहुंच सकती है। नज़रें टिका कर अदालत के समक्ष खड़े पत्रकार सुबह से लेकर शाम तक इंतजार करते रहे। बाद में पता चला कि प्रत्याशी अगले दिन अदालत पहुंच सकती है। 

दरअसल, वर्ष 2017 में देश का सबसे नामवर बैंक सेंट्रल बैंक आफ इंडिया में जीवनजोत कौर तथा उनके परिवारिक सदस्यों ऋण की किस्त नहीं चुका पाने की वजह से अदालत में उनके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ था। अदालत ने इनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया के मुताबिक अपराधी ठहराया था। अदालत में जमानत तक नहीं ली गई। बाद में जीवनजोत कौर तथा उसके परिवार के सदस्यों को भगौड़ा घोषित कर दिया गया। 

चूंकि, आप प्रत्याशी इस मामले को लेकर बैंक पर ही उलटा आरोप लगा रही है कि उनसे बैंक के अधिकारियों  ने रिश्वत मांगी तथा इस ऋण के उन्हें सही ढंग से जानकारी तक नहीं दी गई। आरोप लगाए कि बैंक अधिकारियों ने उनके साथ बड़ा अपराध किया। उनके सिक्योरिटी चेक को बिना पूछे ही बैंक से बाउंस करा दिया। जबकि, उस मामले में भी बड़ा धोखा सामने आ रहा है। अदालत में मुझे इस मामले पर स्टे है। विजिलैंस जांच जारी है। 

उधर, इस पूरे प्रकरण को लेकर मामला आम आदमी पार्टी की हाईकमान के पास पहुंच चुका है। फिलहाल, उनकी तरफ से इस बारे कोई भी औपचारिक बयान नहीं सामने आया है। चर्चा, इस बात की भी चल रही है कि आप हाईकमान इस सच्चाई को लेकर नजरअंदाज कर रही है। राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक, इस मामले को हलके में लेना आप के लिए बड़ी भूल हो सकती है। सिर पर विधानसभा चुनाव है। चुनाव आचार संहिता लाग चुकी है। मतदान तथा मतगणना की तारीखें घोषित हो चुकी है। ऐसे में बड़े मामले को लेकर आप द्वारा नजरअंदाज करना, उसके भविष्य की राजनीति पर प्रतिकुल असर डाल सकता है। इतना ही नहीं, अभी सर्वे हुआ है। नजीता आना शेष है। मतदाता, इस बात को लेकर राजनीति में बड़ा उल्टफेर करने का भी क्षमता रखा है। 

प्रत्याशी के लिए इन बातों की भी जानकारी होना भी अति जरुरी

1) बैंक किसी को ऋण देने से पहले सिक्योरिटी के रुप में चेक लेता है।

2) आरबीआई की इडवाइजरी मुताबिक, दस्तावेज पर साफ तौर पर लिखा जाता है कि अगर भविष्य में कर्जदार ऋण चुकाने में असमर्थ हो जाता है तो उसका चेक ऋण की बकायदा राशि  भरकर बैंक में लगाया जा रहा है। सवाल, इस बात का खड़ा होता है कि फिर किस को लेकर आप प्रत्याशी उन पर सवाल खड़ा कर रही है। 

आप पर भी बड़ा सवाल

आम आदमी पार्टी वैश्विक स्तर पर ईमानदार पार्टी तथा आमजन की पार्टी होने का हमेशा से ही सार्वजनिक स्थल पर दावा करती आई। इस बात को भी नहीं नकारा जा सकता है कि आप ने वाक्य ही जिन -जिन आप नेता की शिकायत सामने आई, उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने का प्रमाण भी दिया।  जबकि, जीवनजोत कौर उनकी पार्ची की प्रत्याशी जो कि बैंक की साफतौर अपराधी है।

मामला मीडिया में आ चुका है। शिकायत तक हाईकमान तक पहुंच चुकी है। इसके बावजूद पार्टी किस बात की प्रतीक्षा कर रही है। क्यों नहीं इस मामले को लेकर पार्टी अपना स्टेंड स्पष्ट नहीं कर रही है। इस मामले को लेकर कहीं न कहीं आम आदमी पार्टी पर भी बड़े सवाल खड़े होते है। इन सब के जवाब मिलना काफी जरुरी हो चुका है। 

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