जीवनजोत कौर बोली-बैंक ने की उल्टा सरासर धोखाधड़ी, अदालत से मिल चुका स्टेमामला-सेंट्रल बैंक की 1.85 लाख रुपए ऋण की है डिफाल्टर……वर्ष 2017 का है केस
बड़ा सवाल……ईमानदार सरकार का दावा करने वाले अरविंद केजरीवाल पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ क्या करते है बड़ी कार्रवाई
एसएनई न्यूज़.अमृतसर/चंडीगढ़।
पंजाब के जिला अमृतसर की विधानसभा हलका पूर्वी की आम आदमी पार्टी महिला प्रत्याशी जीवनजोत कौर के खिलाफ वर्ष 2017 में अदालत द्वारा कड़ी कानूनी कार्रवाई के तहत आदेश जारी कर रखा है। इतना ही नहीं, इस केस में प्रत्याशी के परिवारिक सदस्यों का नाम भी शामिल है।
मामले ने तूल पकड़ा तो पंजाब आम आदमी पार्टी के प्रभारी जरनैल सिंह, सह प्रभारी राघव चड्ढा, पंजाब आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष तथा संभावित सीएम के दावेदार भगवंत मान ने मीडिया से दूरी बनाते हुए अपना फोन ही नहीं रिसीव करना बेहतर विकल्प समझा। इस पूरे प्रकरण को लेकर प्रत्याशी जीवनजोत कौर ने अपना पक्ष रखते कहा कि बैंक के कुछ अधिकारियों ने उलटा, उसके साथ साजिश रचते हुए धोखाधड़ी की। मेरे चेक को बिना किसी आधार पर रकम भर कर , उसे बाउंस करा दिया। मेरे पास, इस बात के प्रमाण है कि अदालत से वर्ष 2018 में स्टे मिल गया है।
जबकि, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की अमृतसर शाखा के दस्तावेज के मुताबिक, प्रत्याशी तथा परिवार बैंक का 1.85 लाख रुपए जीवनजोत कौर द्वारा देने बकाया था। कई बार नोटिस भेजा गया। कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। कानून के मुताबिक , अदालत ने जीवनजोत तथा उसके परिवार को डिफाल्टर घोषित करते हुए कानूनी कार्रवाई के आदेश जारी किए।
बड़ा सवाल है कि ईमानदार सरकार का दावा करने वाले अरविंद केजरीवाल , अब प्रत्याशी के खिलाफ कानूनी तौर पर अपराधी होने पर क्या बड़ा फैसला या फिर क्या कदम उठा पाते है। क्या पार्टी , इनकी टिकट को काटती है, या फिर इससे भी बड़े कदम का प्रमाण देते हुए प्रत्याशी के खिलाफ पार्टी स्तर पर कार्रवाई होती है। इसका फैसला तो पार्टी द्वारा आने वाले दिनों में तय कर दिया जाएगा।
फिलहाल, इतना बड़ा मामला सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी के लिए राजनीतिक तौर पर बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। क्योंकि , आप प्रदेश में चुनावी तौर पर सबसे मजबूत पार्टी होने का दावा भी कर रही है, जबकि इस मामले की वजह से राजनीति भी शुरू होने के संकेत मिलने शुरू हो गए।
अटकलें, इस बात की भी चल रही है कि कांग्रेस शायद चंडीगढ़ में बड़ी प्रेस वार्ता कर, इस पूरे मामले को लेकर अरविंद केजरीवाल पर प्रहार कर सकती है। चर्चा, इस बात की भी चल रही है कि कांग्रेस पूरे प्रमाण के साथ मीडिया के समक्ष प्रत्याशी के खिलाफ सार्वजनिक करेगे। मांग इस बात की भी की जा सकती है कि पार्टी, इस प्रकार के प्रत्याशी के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए टिकट वापिस लें।
उधर, इस मामले को लेकर दिल्ली के आम आदमी पार्टी में कई दौर बैठकों का चला। पार्टी विचार कर रही है कि इस मामले को लेकर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। चर्चा, इस बात की भी चल रही है कि प्रत्याशी की टिकट कट सकती है। क्योंकि, यह मामला सामने आने पर पार्टी की काफी किरकिरी हो रही है। पार्टी बिल्कुल नहीं चाहेगी कि यह मामला, उनकी राजनीतिक साख पर कोई प्रतिकूल असर डालें। इसलिए, इन सभी चर्चाओं पर विराम लगाने के लिए बड़ा कदम उठा सकती है आप।
प्रत्याशी खबर हटाने को लेकर आई थी चर्चा में
पिछले दिनों विधानसभा हलका पूर्वी की आप प्रत्याशी जीवनजोत कौर ने खबर को लेकर , उसे तत्काल हटाने तथा धमकी देने की बात सामने आई थी। मामला पार्टी के राष्ट्रीय स्तर, डीजीपी पंजाब , चुनाव आयोग तक पहुंच गया। खबर , इस बात की भी सामने आ रही है कि उस मामले को लेकर जीवनजोत के खिलाफ आने वाले दिनों में बड़ी मुश्किलें बढ़ सकती है।
मेरा कोई कसूर नहीं..रिश्वत मांगते थे अधिकारी
आप प्रत्याशी जीवनजोत कौर ने अपने ऊपर लगे आरोप तथा मामले को लेकर अपना स्पष्टीकरण देते कहा कि मेरे पास अदालत का स्टे है। मामला झूठा दर्ज किया। चेक पर जानबूझकर रकम भर दी गई। बैंक के कुछ अधिकारियों पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाए। विजिलेंस में मामला है तथा जांच चल रही है।
पार्टी ने बनाई दूरियां
इस मामले को लेकर दिल्ली से लेकर पंजाब के आम आदमी के वरिष्ठ नेताओं ने अपनी दूरियां बना ली। प्रदेश अध्यक्ष तथा आप सांसद भगवंत मान, पंजाब आप के प्रभारी जरनैल सिंह, सह प्रभारी राघव चड्ढा ने तो मीडिया का फोन रिसीव करना ही बंद कर दिया। कई बार , हर नेता से इस मामले को लेकर संपर्क किया तो उन्होंने एक बार भी फोन नहीं रिसीव किया। इतना ही नहीं किसी प्रकार से कोई बयान भी नहीं जारी किया।
एक चूक से दूरगामी परिणाम बड़ा हेरफेर कर सकते है
जिस प्रकार से आम आदमी पार्टी पंजाब में सत्ता का सपना देख रही है। मगर, उनके प्रत्याशियों की कानून के प्रतिकूल गतिविधियों को लेकर लगता नहीं, उनके लिए पंजाब की सत्ता हासिल करने का सपना इतना आसान होगा। क्योंकि, राजनीति में जरा सी चूक , पार्टी की भविष्य पर विराम लगा सकती है। अगर समय रहते पार्टी ने बड़ा कदम नहीं उठाया तो उसके लिए परिणाम बड़ा हेरफेर कर सकते है।