वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
पंजाबियों का कनाडा जाने का सपना टूट सकता है। कनाडा में लोगों के रहने की जगह कम पड़ रही है। इसलिए ये देश विदेशी स्टूडेंट्स की संख्या पर लगाम लगाने की तैयारी में है। 2022 में कनाडा में 184 देशों से 8 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स आए। जबकि 2015 में यह संख्या 4 लाख से भी कम थी।
आसमान छू रही घरों की कीमतें
कनाडा के ओटवा में रहने वाले पंजाबी समुदाय के समुदाय के एक नेता का कहना है कि कनाडा में यह भीड़ आना राजनीति का एक हिस्सा थी। आप्रवासन, शरणार्थी और नागरिकता कनाडा (आईआरसीसी) 2024 तक अपने छात्र वीजा कार्यक्रम के लिए एक नए विश्वसनीय संस्थान ढांचे को लागू करने की योजना बना रहा है। पिछले 7 साल में घरों की कीमतें आसमान छू रही हैं और यहां के मूल निवासी असहज महसूस कर रहे हैं।