कांग्रेस में लगी आग, असली धमाका करेंगे कैप्टन, नई पार्टी का होगा ऐलान, कांग्रेसियों की टिकी नजरे

दावा-लगभग दो दर्जन के करीब विधायक जा सकते है कैप्टन के साथ , बाहर से देखेगी भाजपा तमाशा

बड़ा सवाल-क्या कैप्टन किसानों के लिए करेंगे कुछ खास?

एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।

कांग्रेस में इस समय पूर्ण रूप से आग लग चुकी है, यह बात कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा नई पार्टी बनाने की घोषणा से साबित हो जाती है। वीरवार को चंडीगढ़ में कैप्टन अपनी नई पार्टी के नाम की घोषणा करने जा रहे है। वहां पर एक प्रैसवार्ता भी रखी गई।

संकेत मिल रहे है कि कैप्टन के साथ लगभग दो दर्जन के करीब विधायक साथ दिखाई दे सकते है। इस बात को लेकर कांग्रेस के सीनियर से लेकर हाईकमान तक नजरे टिकी है। उधर, भाजपा बाहर से ही इस खेल का तमाशा देखने में मन बना रही है। बड़ा सवाल , कैप्टन शुरु से ही किसानों का करीबी होने का दावा करने वाले क्या उनके लिए कुछ खास कर दिखाएंगे, या फिर बिल्कुल फेल हो जाएंगे?

दरअसल, कैप्टन लंबे समय से कांग्रेस हाईकमान तथा सिद्धू के निशाने पर थे। कई बार मीडिया के समक्ष कैप्टन के खिलाफ विरोध किया। इतना ही नहीं, पूर्व कैप्टन सरकार कार्यकाल दौरान उनके काम पर कई प्रकार के सवाल खड़े कर दिए। इतना ही नहीं, पूर्व पंजाब प्रभारी हरीश रावत तथा सिद्धू ने तो यह तक कह दिया कि कैप्टन तो बादलों के साथ मिलजुल कर सरकार चला रहे है। अब तक बेअदबी मामलों में किसी को सजा दे पाने में नाकाम रहे। जबकि, कैप्टन ने हर बार बचाव करते कहा कि पिछले लंबे समय से बादलों द्वारा उनके खिलाफ किए गए झूठे केसों का वर्तमान में भी अदालत में सामना कर रहे है।

 कैप्टन ने तो अपना इस्तीफा देने के बाद स्पष्ट कर दिया था कि वह अब कांग्रेस में नहीं रहने वाले है। भाजपा के साथ जाने की अटकलों को विराम लगाते कहा कि वह खुद की ही पार्टी बनाकर राजनीति पारी खेलने का संकेत दे चुके थे। अब जैसे कि मंगलवार को कैप्टन ने ऐलान कर दिया कि चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता कर नई पार्टी की घोषणा करने जा रहे है। कांग्रेस के कितनी संख्या , उनके साथ जा रही है, इस बारे अभी कैप्टन ने अपना स्टैंड स्पष्ट नहीं किया।

इतना जरुर संकेत दिया कि उनके समर्थन में कई लोग आ रहे है तथा पंजाब में बड़ा धमाका करने जा रहे है। कैप्टन आत्म-भरोसा से एक बात स्पष्ट हो जाती है कि भीतर ही भीतर, उन्हें अंदाजा तथा पक्का विश्वास है कि उनके साथ कांग्रेस के अलावा कई राजनीतिक पार्टियों के बड़े-बड़े नेता उनके साथ आ सकते है। खैर, इस बात का भी पूर्ण रूप से अंदाजा लगाना भी ठीक नहीं होगा, क्योंकि राजनीति के खेल में हर समय समीकरण बदलते ही रहते है। 

यह रहीं अहम बातें, जिस कारण कैप्टन तथा कांग्रेस में छिड़ी जंग

पिछले दिनों कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार द्वारा पंजाब में सीमा सुरक्षा बलों का सीमांत क्षेत्र का दायरा बढ़ाने पर सहमति जताते हुए केंद्रीय सरकार का स्वागत करते हुए राष्ट्रहित में बताया था। जबकि, कांग्रेसियों ने इस बात का विरोध करते कहा कि जानबूझकर ऐसा करके पंजाब में भाजपा राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहती है। अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ मुलाकात भी कांग्रेसियों को रास नहीं आई।  

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