पंजाब-चंडीगढ़-हरियाणा-चंडीगढ़ के किसान अंबाला के मंजी साहिब गुरुद्वारा में इकट्ठा होकर यूपी के लिए होंगे रवाना
एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।
लखीमपुर कांड के प्रमुख गवाहों को धमकाने के मामले में किसान संयुक्त मोर्चा ने कड़ा संज्ञान लिया। 24 अप्रैल को पंजाब-चंडीगढ़-चंडीगढ़-हरियाणा के किसान लखीमपुर के लिए रवाना हो रहे है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि लगभग 10 हजार किसान इकट्ठा होकर यूपी के लखीमपुर में विशाल धरना लगाने जा रहे है। पहले किसान अंबाला के मंजी साहिब गुरुद्वारा में एकत्रित होंगे। उसके उपरांत सभी गड़ियों में सवार होकर यूपी के लिए रवाना होगा। केस का मुख्य अभियुक्त केंद्रीय मंत्री का बेटा है। पिछले दिनों यूपी की सर्वोच्च न्यायालय से जमानत मिल चुकी है। किसान संगठनों ने इस मामले को लेकर देश की सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका रद्द करने को लेकर अपील की। उस पर सोमवार सुनवाई होने जा रही है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री के बेटे पर आंदोलनरत किसानों के ऊपर कार चढ़ा कर, उन्हें मौत के घाट उतारने का मामला दर्ज किया गया था। कई किसानों की मौत हुई थी। किसानों संगठनों ने उन्हें शहीद का दर्जा दिया था। पुलिस ने केंद्रीय मंत्री के बेटे के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर जेल भेज दिया था। जबकि, अदालत ने उसे जमानत दे दी। किसानों ने इस बात का कड़ा विरोध किया।
फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। सोमवार इस पर सुनवाई होने जा रही है। अब मामला सामने आ रहा है कि इस केस के प्रमुख गवाहों को धमकाया जा रहा है। उन्हें अपनी गवाही वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। आरोप लग रहे है, इस पर कोई राजनीतिक नेता भी हस्तक्षेत्र कर रहा है। किसानों ने इसलिए गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विरोध का रास्ता अख्तियार किया है।