मांग थी ट्रैक्टर-ट्राली चुनाव चिन्ह…काफी माथापच्ची के उपरांत किसानों की हुई पूरी पुकार
विकास कौड़ा.शम्मी शर्मा.चंडीगढ़।
किसानों की बड़ी जीत हुई है। लंबे समय से मांग कर रहे किसान-संयुक्त मोर्चा को आखिरकार चुनाव आयोग मंजा (चारपाई) चुनाव चिन्ह दे ही दिया। किसान-संयुक्त-मोर्चा को खुशी तो काफी है, जबकि उनकी मांग ट्रेक्टर चुनाव चिन्ह नहीं मिलने पर थोड़ी सी मायूसी भी है। बताया जा रहा है कि काफी माथापच्ची के उपरांत किसानों की पूरी पुकार हो गई।
फिलहाल, चुनाव मैदान में किसानों ने अपनी फील्डिंग पूरी सज़ा दी। मैदान में अवसर शिक्षित, तथा अनुभव रखने को मिला है। किसान-संयुक्त-मोर्चा तथा गुरनाम सिंह चढूनी इस रेस में अहम चेहरा है। इन्होंने तीन कृषि कानून को लेकर लगातार एक वर्ष से ऊपर दिल्ली सीमा पर डटकर सरकार के खिलाफ मोर्चा लगा रखा था।
भारत सरकार के कानून वापिस लेने के उपरांत, किसानों मोर्चा ने संयुक्त रूप से फैसला लिया था कि वह इस बार पंजाब में अपनी राजनीति पार्टी की मान्यता हासिल कर चुनाव लड़ेगे। बताया जा रहा है कि पंजाब के 117 विधानसभा हलका में किसान संयुक्त मोर्चा के उम्मीदवार चुनाव मैदान में खड़े है।
ग्राउंड स्तर पर गांवों में इनकी राजनीतिक स्थिति अच्छी चल रही है। पार्टी दावा भी कर रही है कि वह इस बार चुनाव में बड़ा उलटफेर कर सकते है। लोगों का प्यार तथा अन्य राजनीतिक दलों के खिलाफ गुस्सा , उनके लिए अच्छा होगा।