सीएम बनने के नहीं लायक, अगले सीएम पर रखा सस्पेंस, अन्य पार्टी ज्वाइन करने की अफवाहों को नकारा
नितिन धवन.चंडीगढ़।
पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल को इस्तीफा देने के बाद देश की सबसे बड़ी एजेंसी के साथ अपनी इंटरव्यू में कहा कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्वू देश का सबसे बड़ा दुश्मन है। क्योंकि , देश में आतंकवाद फैलाने तथा नापाक हरकतों को अंजाम देने वाले देश पाकिस्तान का प्रधानमंत्री इमरान खान तथा पाकिस्तान सेना का जनरल बाजवा के साथ दोस्त जैसे संबंध है। ऐसे में यह शख्स देश की सुरक्षा में सबसे बड़ा खतरा है। सीएम बनने के बिल्कुल ही लायक नहीं है। अगले सीएम पर कैप्टन ने बहुत बड़ा सस्पेंस रख दिया। अन्य पार्टी में (भाजपा) में शामिल होने की चल रही अफवाहों पर विराम लगाते कहा कि वह किसी भी पार्टी या फिर अपना दल बनने के बारे बिल्कुल नहीं सोचा। कांग्रेस उनकी मां जैसी पार्टी है।
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा अचानक शाम को राज्यपाल को अपना इस्तीफा देने के लिए पहुंच जाना , सभी चोका दिया। किसी ने यह सोचा तक नहीं था कि कैप्टन जैसे सूझवान नेता पंजाब की सीएम की गद्दी छोड़ सकते है। फैसला लेने से पहले उन्होंने अपने फार्म हाउस में पंजाब विधायक, मंत्रियों, सांसदों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में सभी की सहमति के उपरांत इतना बड़ा फैसला लिया गया। हालांकि, सूत्रों से मिली खबर मुताबिक कैप्टन के समर्थकों ने उन्हें इस्तीफा देने से कई बार रोका भी था, जबकि कैप्टन के फैसले आगे सभी को हां में हां मिलानी ही पड़ी। बेटे रणइंदर सिंह ने ट्वीट कर अपने पिता अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने की बात को जाहिर किया।
कैप्टन ने अपनी खास इंटरव्यू में सिद्वू तथा उसके पक्के दोस्त इमरान खान पर कई बार हमला बोला। कहा कि इनके वजह से देश की सुरक्षा में खतरा पैदा हो रहा है। जो आदमी देश के दुश्मन का दोस्त है। वह कभी भी सीएम पद लेने का सपना मत देखे। देश के कई बेकसूर लोगों को आतंक के माध्यम से मारने वालों के पीछे पाकिस्तान की इमरान सरकार जिम्मेदार है। तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के बारे कहा कि वे मेरे पक्के दोस्त है। उनके साथ मेरे काफी अच्छे संबंध है। हालांकि कैप्टन के खिलाफ बगावत करने में तृप्त राजिंदर की भूमिका पर भी काफी सवाल खड़े हो रहे है। क्योंकि , सिद्धू के कहने पर बाजवा ने कई कांग्रेसी विधायकों को इकट्ठा कर कैप्टन के खिलाफ सोनिया गांधी को पत्र लिखा। जिसके बाद ही कांग्रेस में बवाल पैदा हो गया तथा कैप्टन को सीएम पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा।