बोले—-शुक्रवार को सीएम का सिंधवा फार्म घेरा जाएगा, अब कर्मचारियों ने लिया फैसला आर-पार की लड़ाई का
एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।
पंजाब रोडवेज कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों के खिलाफ सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा चली गई चाल कामयाब नहीं रही। इतना ही नहीं, हड़ताली कर्मचारियों के साथ बातचीत के लिए आगे प्रमुख सलाहकार सुरेश कुमार को लगा दिया। प्रमुख सलाहकार की एक भी बात पर असहमति जताते हुए हड़ताली कर्मचारियों उन्हें दो-टूक सुनाते हुए अपनी हड़ताल को निरंतर जारी रखने का फैसला किया। हड़ताल कर्मचारी फिर से पंजाब में हड़ताल पर चले गए। बसों का एक बार फिर से चक्का जाम कर दिया गया। शुक्रवार को सीएम का सिंधवा फार्म हाउस घेरने का फैसला लिया, जिसे पहले बातचीत करने पर अपने फैसले को उक्त कर्मचारियों ने टाल दिया था।
पंजाब रोडवेज बस अस्थायी कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रेशम सिंह ने कहा कि सरकार ने उक्त कर्मचारियों को विश्वास दिलाया था कि आप को नौकरी में पक्का करने के लिए वचन दिया था। जिस पर सरकार ने अभी तक अपने फैसले को लागू तक नहीं किया। अस्थायी कर्मचारी पिछले पंद्रह साल से अपनी जायज मांगों को लेकर सरकार के समक्ष अपना मुद्दा उठा रहे है, जबकि सरकार हमेशा ही इसे टाल देती है। सरासर , उनके साथ सरकार द्वारा धोखा किया जा रहा है। उनकी बात को सुनते हुए प्रमुख सलाहकार सुरेश कुमार हक्का-बक्का रह गए। उन्हें एक ही बात पर मनाने पर लगे रहे कि आप हड़ताल समाप्त कर काम पर लौट आए, जबकि हड़ताली कर्मचारियों का एक ही सुर में फैसला ता कि पहले उनकी जायज मांग को मान लिया जाए। उसके बाद हड़ताल को समाप्त कर दिया जाएगा।
इस बीच माहौल गर्माया भी , जिस कारण प्रमुख सलाहकार को यूनियन के समक्ष झुकना भी पड़ा। बिना किसी नतीजे पर पहुंचे बातचीत को रोक दिया गया। अब हड़ताली कर्मचारियों ने फैसला लिया की कि उनका संघर्ष तक तक जारी रहेगा, जब तक सरकार उनकी जायज मांगों को मान नहीं लेती। इस बीच पंजाब की सड़कों पर फिर से सरकारी बसों का जाम रहा। लोगों को यात्रा के लिए निजी बसों का सहारा लेना पड़ा। शुक्रवार को हड़ताली कर्मचारियों का सीएम का सिंधवा फार्म हाऊस घेरने के फैसले को लेकर उनकी सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया।