सिद्धू से रूठे को भी मिलेंगी खास तवज्जो, किसानों की मांग तीन कृषि कानून रद्द कराना होगा अहम मुद्दा
एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।
आखिरकार पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस को छोड़ने का विचार लगभग तय कर लिया। भाजपा में नहीं शामिल होने के बारे कैप्टन ने अपना आधिकारिक रूप से बयान दे दिया। पंजाब विकास पार्टी नाम से संगठन से अपनी नई राजनीतिक पारी शुरू करने का अहम फैसला ले लिया गया। कांग्रेस में उनके बेहद करीब मंत्री तथा विधायक इस संगठन में शामिल होने जा रहे है। सिद्धू से रूठे मंत्री, विधायकों को इस संगठन में खास तवज्जो देने का भी कैप्टन ने ऐलान कर दिया। किसानों की प्रमुख मांग तीन कृषि कानून रद्द कराने का इस संगठन का अहम मुद्दा होगा।
कितने दिनों से भाजपा की सीनियर लीडरशिप के साथ मुलाकात उपरांत भाजपा में कैप्टन के जाने का लगभग तय मानें जाने वाली बात को उस समय विराम लग गया, जब कैप्टन ने मीडिया के समक्ष आकर आधिकारिक रूप से बयान दे दिया कि वह भाजपा में नहीं शामिल होगे। जबकि अपना विकास पार्टी नाम से राजनीति संगठन रजि. करा , इससे नई राजनीति पारी का आगाज़ करेगे। कांग्रेस से रूठे मंत्री, विधायक उनके संगठनात्मक टीम में शामिल होंगे। कौन-कौन मंत्री तथा विधायक इस नए संगठन में शामिल होगे। फिलहाल उनका नाम अभी सामने नहीं आया। सिद्धू से रूठे मंत्री , विधायकों को इस संगठन में खास तवज्जो मिलने का पूरा -पूरा अनुमान लगाया जा रहा है।
सूत्रों से मिली पुख्ता जानकारी मुताबिक कैप्टन अमरिंदर सिंह नवरात्रि के पहले दिन अपने संगठन का नाम घोषित कर सकते है। उसी दिन मंत्री, विधायक शामिल हो सकते है। बताया जा रहा है कि इस संगठन की शुरुआत वाले दिन केंद्र की राजनीति तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता उस दिन शामिल हो सकते है। अगर ऐसा होता है तो एक बात साफ हो जाएगा कि पंजाब की राजनीति में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुछ अलग करने की चर्चा छेड़ दी है।
संगठन ने अपने सबसे पहले मुद्दे में किसानों के मुद्दे को प्रमुख रूप से शामिल करने का विचार किया। इस पर संगठन में कुछ किसान नेता भी शामिल होने का पूरा पूरा संकेत मिल रहा है। क्योंकि, इस संगठन के प्लेटफार्म में हर उस नेता या फिर अन्य को राजनीति में अलग पहचान मिल सकती है। बताया जा रहा है कि पंजाब में आने वाले समय में कैप्टन का संगठन राजनीति में बहुत बड़ा बदलाव ला सकता है।
फिर दोहराया सिद्धू को नहीं जीतने दूंगा
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस बार फिर से दोहराया कि वह अगले चुनाव में नवजोत सिंह सिद्धू को जीतने नहीं देंगे। उसके खिलाफ मजबूत प्रत्याशी को खड़ा करके बुरी तरह से हराने की प्रतिज्ञा की। इसके लिए अभी से उसके खिलाफ मजबूत प्रत्याशी खड़ा करने के लिए चुनावी रणनीति शुरु कर दी।
ऐसा होने से कांग्रेस मिल जाएगी मिट्टी में
अगर राजनीति में कैप्टन ने अपना नया संगठन पंजाब में शुरू कर दिया तो इसका सबसे बड़ा नुकसान कांग्रेस को सहन करना पड़ सकता है। क्योंकि, कयास इस बात के लगाए जा रहे है कि कांग्रेस के मजबूत प्रत्याशी कैप्टन के साथ जा सकते है। जिसका फायदा सबसे अधिक कैप्टन को मिलने वाला है। जबकि कांग्रेस के मिट्टी में मिलने के भी संकेत मिल रहे है।
अल्पमत में जा सकती है कांग्रेस
अगर कैप्टन द्वारा बनाए जा रहे नए संगठन में कांग्रेस के मौजूदा विधायक, मंत्रियों का एक बड़ा समूह चला जाता है तो पंजाब में कांग्रेस सरकार का सत्ता से बाहर जाने का रास्ता लगभग तय हो जाता है। सरकार की फ्लोरिंग टेस्ट में विधायकों की संख्या कम हो जाने से पंजाब की कांग्रेस सरकार अल्पमत में जाने का पूरा खतरा पैदा हो सकता है।