स्पेशल रिपोर्ट विजय शर्मा.अमित मरवाहा/ गुरदासपुर/तरनतारन/चंडीगढ़।

एक समय पंजाब में नामचीन गैंगस्टरों में शुमार करने वाला हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा वर्तमान में आतंक की दुनिया में पैर रखा चुका है। पाकिस्तान से अपना नेटवर्क चलाने वाले रिंदा ने पंजाब में कई स्नाइपर सेल खड़े कर दिए। उसकी एक फोन काल पर पंजाब को दहलाने की योजना बन जाती है, जबकि, खुफिया एजेंसियों की पहले से रडार पर चल रहे रिंदा के हर योजना को फेल किया जा रहा है। कुछ समय में पंजाब में बड़ी साजिश को अंजाम देने के लिए रिंदा के आदेश पर उसके स्नाइपर सेल एक्टिव होने से पहले एजेंसियों के हत्थे चढ़ गए। जिस कारण बड़ी वारदात नहीं हो सकी। रिंदा पाकिस्तान में है। बब्बर खालसा के प्रमुख वधावा सिंह का दाहिना हाथ है। इसे पूरी मदद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (आईएसआई) दे रही है। वर्ष 2017 से पाकिस्तान में उपस्थित है। फर्जी पासपोर्ट बनाकर नेपाल के रास्ते पाकिस्तान चला गया।

रिंदा पीछे से पंजाब के जिला तरनतारन का रहने वाला है। 11 वर्ष की आयु में रिंदा सहित परिवार नांदेड चला गया। पहला मामला रिंदा के खिलाफ अपने रिश्तेदार की हत्या करने के आरोप में सामने आया। बताया जा रहा है कि तब रिंदा नाबालिग था। उसके बाद रिंदा ने नांदेड में दो हत्या की। मामला दर्ज हुआ, लेकिन फरार हो गया। रंगदारी, लूटपाट, गोली चलाने, हत्या जैसी कई संगीन अपराधों में रिंदा देश के विभिन्न थाना में नामजद है। पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर जयपाल सिंह भुल्लर तथा अन्य के साथ , इसके काफी गहरे संबंध रहे हैं। वर्ष 2018 में रिंदा तथा दिलप्रीत सिंह उर्फ बाबा ने पंजाबी गायक परमीश वर्मा से फिरौती की रकम मांगी। नहीं देने पर परमीश वर्मा पर गोलियां चला दी। उस मामले को लेकर दिलप्रीत बाबा तथा अन्य की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि रिंदा अभी तक फरार है।
चंडीगढ़ में सरपंच की दिनदहाड़े रोड पर गोली चला कर हत्या करने में भी रिंदा का नाम सामने आया था। बताया जा रहा है कि रिंदा जेल में भी रहा है। वहां पर उसके जेल में बंद बब्बर खालसा के आतंकियों के साथ संबंध बन गए। उन्होंने आगे रिंदा की बात पाकिस्तान में बैठे बब्बर खालसा के प्रमुख वधावा सिंह से फोन पर कराई। बताया जाता है कि रिंदा ने फोन पर वधावा सिंह से हथियार की खेप मांगी। रिंदा की बात पर वधावा सिंह कायल हो गया।
कनाडा जाना चाहता था रिंदा
बताया जाता है कि रिंदा भारत से कनाडा भागने की फिराक में था। उसका फर्जी पासपोर्ट भी बन चुका था। लेकिन, अहम समय खुफिया एजेंसियों को इस बात की भनक लग गई कि रिंदा कनाडा भागने वाला है। इस योजना को रिंदा ने तत्काल रद्द कर दिया। इसके बाद रिंदा को पाकिस्तान में बुलाने पर विचार हुआ। पहले रिंदा नेपाल गया। वहां से पाकिस्तान चला गया। बताया जा रहा है कि वर्ष 2017 के बाद रिंदा पाकिस्तान में है। वहां से पंजाब में अपने जानकारों के साथ संपर्क कर उन्हें पंजाब को दहलाने की साजिश में शामिल करने का लालच देता है।
होटल की छत से कूद कर भाग गया था रिंदा
बताया जाता है कि एक बार महाराष्ट्र पुलिस को इनपुट मिला था कि रिंदा अपनी पत्नी के साथ बेंगलुरु के होटल में ठहरा है। पुलिस ने अपनी टीम के साथ होटल में रेड कर दी। रिंदा को भनक लगी तो उसने होटल की खिड़की से छलांग लगा दी। उसकी पत्नी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। तब से लेकर रिंदा पुलिस के हाथ कभी नहीं लगा।
बुड़ैल जेल के बाहर मिली विस्फोटक सामग्री के पीछे भी रिंदा का था हाथ
पिछले दिनों देश की सबसे सुरक्षित तथा आत्याधुनिक जेल बुड़ैल की केंद्रीय जेल की दीवार के पास विस्फोटक सामग्री स्पेशल सेल को हासिल हुई थी। जांच-पड़ताल में सामने आया था कि इस साजिश के पीछे रिंदा का हाथ था। पता चला था कि जेल में कुछ बब्बर खालसा के आतंकी कैद है। बड़ा धमाका करके, उन्हें जेल से छुड़ाने की योजना थी, जबकि समय रहते इसे नाकाम कर दिया गया। कुछ संदिग्ध की इस केस में गिरफ्तारियां हुई थी।
पंजाब में कई रिंदा के स्नाइपर सेल-सूत्रों
खुफिया एजेंसी के उच्च पदस्थों के सूत्रों से पता चला है कि रिंदा ने पंजाब में कई स्नाइपर सेल बना दिए है। यह सब बेरोजगार तथा काफी जरूरतमंद परिवार से ताल्लुक रखते है। रिंदा उनसे इंटरनेट मीडिया या फिर व्हाट्सएप काल से बातचीत करता है। उन्हें काम के बदले मोटे पैसे का लालच देता है। पैसे हवाला के माध्यम से उन तक पहुंच रहे है। इस बात का खुलासा कई बार पुलिस जांच में हो चुका है।
ड्रोन के माध्यम से आ रहे है हथियार-खेप
जानकारी हासिल हुई है कि रिंदा वारदात को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान के ड्रोन के माध्यम से हथियार एवं हेरोइन की खेप भेज रहा है। खेप से मोटा पैसा आ रहा है, जबकि हथियार तथा आईईडी के माध्यम से ब्लास्ट जैसी वारदात को अंजाम दिया जा रहा है। एक दिन पहले करनाल से पकड़े गए आतंकी भी रिंदा के कहने पर पंजाब में बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। लेकिन, इससे पहले पुलिस ने उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया। पिछले दो-तीन साल में पंजाब में जितनी बड़ी आतंक से जुड़ी बड़ी वारदात को अंजाम देने में रिंदा का कनेक्शन सामने आ रहा है।
पुलिस थाना को बना रहा निशाना
रिंदा ने अब पंजाब के थाना तथा पुलिस को निशाना बनाना शुरु कर दिया। रिंदा द्वारा पंजाब के नवांशहर के सीआईए थाना, रुपनगर में स्थित एक थाना को उड़ाने के लिए बम का इस्तेमाल किया। इस मामले में लिप्त आतंकी , जब पंजाब की खुफिया एजेंसी तथा आतंक-विरोधी बल के हत्थे चढ़े तो उनसे हुई पूछताछ के बाद खुलासा हुआ कि इस साजिश के पीछे भी पाकिस्तान में बैठे आतंकी रिंदा का हाथ था। रिंदा ने इन वारदात को अंजाम देने के लिए अपने जानकारों के माध्यम से काम कराया। पता चला है कि अंजाम देने वालों को लाखों रुपए पैसे दिए गए। पैसा हवाला के माध्यम से उन तक पहुंचाया गया।
लुधियाना बम-ब्लास्ट में भी रिंदा का हाथ
कुछ समय पूर्व लुधियाना की अदालत परिसर में विस्फोटक धमाका हुआ था। उसे अंजाम देने में रिंदा का ही हाथ था। बम लगाने वाला बर्खास्त पुलिस कर्मचारी था। रिंदा के संपर्क में आया। उसने ही बर्खास्त पुलिस कर्मचारी को अदालत के शौचालय के पास बम धमाका करने के लिए निर्देश दिया था। लेकिन, विस्फोट लगाते समय उसके हाथ में फट गया। जिस कारण, उसकी मौत हो गई। रिंदा के बर्खास्त पुलिस कर्मचारी के साथ संबंध का तब पता चला है, जब एनआईए ने जांच पड़ताल दौरान, उसके मोबाइल को खंगाला। जिसमें पता चला कि इसकी पाकिस्तान में बैठे रिंदा के साथ कई बार बातचीत होती थी। इस साजिश में बर्खास्त पुलिस कर्मचारी के साथ उसकी महिला मित्र भी शामिल थी।
इंटरनेट मीडिया के माध्यम से होता है रिंदा लाइव
अक्सर रिंदा इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लाइव होता है। यूट्यूब में कई वीडियो उसकी लाइव होने की सामने आई। उन वीडियो में रिंदा ने अपने चेहरे को छिपाने के लिए मास्क का इस्तेमाल करता है। अधिकतर वीडियो में इसी बात का दावा करता है कि वह पुलिस का सताया हुआ है, इसलिए अपने मिशन को पूरा करने के लिए बब्बर खालसा में शामिल हुआ।
पाकिस्तान से लाना रिंदा इतना आसान नहीं
इंटरपोल के माध्यम से रिंदा को भारत लाना इतना आसान नहीं है। क्योंकि, रिंदा भारत के सबसे बड़े दुश्मन देश पाकिस्तान में है। वहां पर भारत ही नहीं पूरे विश्व बिरादरी के आतंकी रह रहे हैं। उन्हें पाकिस्तान सरकार पूर्ण रूप से संरक्षण दे रही है। इतना ही नहीं, इन्हें अमेरिका जैसे देश ने अपनी काली सूची में डाल रखा है। इसके बावजूद पाकिस्तान हमेशा ही अपने देश में उनकी मौजूदगी नहीं होने का दावा करता आया है। इसलिए, रिंदा जैसे को भी भारत में लाना इतना आसान नहीं है।