एसएनई न्यूज़.अमृतसर चंडीगढ़।
पंजाब भाजपा अध्यक्ष, इन दिनों पूरी फार्म में है। 5 जनवरी को फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर , उन्होंने अपनी कमर कस ली है। जबकि, जिन जिला में रैली के लिए कम संख्या में बसों का जुगाड़ किया जा रहा है। वहां पर वह काफी गुस्सा भी दिखा रहे है। चर्चा, इस बात की है कि जिला अमृतसर के 9 विधानसभा हलका (5 शहरी तथा 4 ग्राम) में कुल 60 बसें ही जुटा पाने की वजह से, उन्होंने वरिष्ठ नेताओं को काफी खरी-खोटी सुनाने की बात सामने आई। पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों ने इस बात का प्रमाण भी दिया। अब देखना होगा कि अमृतसर के वरिष्ठ नेताओं पर आगे पार्टी या फिर भाजपा अध्यक्ष की तरफ से क्या बड़ी कार्रवाई हो पाती है।
फिलहाल, इस सारे प्रकरण को लेकर कोई भी बयान देने से पीछे हट रहा है। पार्टी ने भी इस मुद्दे को लेकर कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की। इतना जरूर है कि उन नेताओं को भाजपा पंजाब प्रधान का संदेश पहुंच चुका है कि वह अब तैयार हो जाए कि अगले समय में कोई बड़ी कार्रवाई के लिए। बताया जा रहा है कि 5 जनवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिरोजपुर में होने वाली रैली में शामिल हो रहे है। इस बार भाजपा एक लाख की भीड़ जुटाने का दावा कर रही है।
लुधियाना से मिली जानकारी मुताबिक, दो सौ बस काफिला फिरोजपुर के लिए रवाना हो रहा है। जबकि , अमृतसर की परिस्थितियों को देखते हुए भाजपा अध्यक्ष काफी खफा है। रविवार को अमृतसर के वरिष्ठ नेताओं की टीम साथ पंजाब भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के साथ एक बैठक हुई। बताया जा रहा है कि इस बैठक को काफी गोपनीय तरीके से रखा गया।
उस दौरान, उन्होंने पीएम रैली में हिस्सा लेने वाली बसों की संख्या पूछी तो जवाब मिला कि अमृतसर 60 बसें रवाना हो रही है। उन्होंने खरी-खोटी सुनाते कहा कि सिर्फ 60 बसें ही रैली के लिए जा रही है। यह तो संख्या मंडल प्रधान तथा आम-वर्कर इकट्ठा कर रहे है। आप की तरफ से क्या प्रयास किया जा रहा है। प्रधान की बात पर सब चुप बैठ गए। नजरें नीची थी, जवाब किसी के पास नहीं था। साफ शर्मिंदगी दिखाई दे रही थी।
जिला में शहरी तथा ग्रामीण को मिलाकर कुल 9 विधानसभा हलका है। इसके बावजूद इतनी कम संख्या है। टिकट के लिए लंबे दावेदारों की सूची है। इन्होंने रैली के लिए , अब तक क्या किया। अटकलें, इस बात की भी जोर से लगाई जा रही है कि जो दावेदार संख्या जुटाने में कामयाब नहीं हुए, उनके लिए विधानसभा चुनाव में टिकट पाना मुश्किल हो सकता है।
टिकट दावेदारों को फटकार लगी
अश्वनी शर्मा ने अधिक फटकार विधानसभा टिकट के दावेदारों को लगाई। उनके मुताबिक, जिस प्रत्याशी के पास रैली में जुटाने के लिए संख्या काफी कम है। उन्हें कैसे टिकट का दावेदार माना जा सकता है। रैली में जुटाई संख्या प्रत्याशी के क्षेत्र में रसूख के बारे पता चलता है। फिलहाल, प्रधान की खरी खोटी से नेताओं को इस बात का अनुमान मिलना शुरू हो गया है कि रैली में दमखम दिखाने से ही उनके लिए टिकट पाने का राह खुल सकता है। अब देखना होगा कि इनमें कौन टिकट के दावेदार नेता प्रधानमंत्री की रैली में अधिक संख्या जुटाने में कामयाब रहते है।
मंडल प्रधान वर्करों को मिली शाबाशी
अश्वनी शर्मा ने मंडल प्रधान तथा आम वर्करों द्वारा रैली में संख्या जुटाने वालों की दिलचस्पी को लेकर, उनका खासा उत्साह बढ़ा। उन्होंने साफतौर पर कहा कि पार्टी को हमेशा से ही आम वर्कर तथा मंडल अध्यक्षों पर गौरव रहा, जिनके अथक प्रयास की वजह से ही हमेशा पार्टी मजबूत स्थिति में रही है। इस बार के इनके उत्साह से पार्टी काफी गौरवान्वित महसूस कर रही है। उन्होंने , इन सभी को पार्टी के कुछ गुर भी सिखाए। इनके दृढ़ संकल्प को लेकर शबाशी भी दी गई।