जैसी करनी वैसी भरनी, गौर से देखिए इस चेहरे को, भारत में कई हत्याओं का है जिम्मेदार ……….अब विदेश में हुई उसकी हत्या…।

वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।  भारत देश के सबसे कुख्यात आतंकी की विदेश में हत्या हो गई। हरदीप सिंह निज्जर पीछे से पंजाब के लुधियाना शहर के एक समीप गांव का रहने वाला है। फिलहाल, परिवार के सभी सदस्य भारत छोड़कर विदेश बस चुके हैं। यह आतंकी देश के खिलाफ जहर उगलता था। पंजाब में पिछले दौर कई आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में लिप्त था। इंटरपोल से लेकर पंजाब के लगभग सभी थाना में वांछित था। हत्या को किन लोगों ने अंजाम दिया, इस बारे अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया। शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया गया। 

जानकारी के मुताबिक, आतंकी हरदीप सिंह निज्जर एक गुरुद्वारा में गया था। 2 अज्ञात लोगों ने उसे गोलियों से भून डाला। घायल को अस्पताल लेकर जाया गए। चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। हत्यारों की तस्वीर पास में लगे सीसीटीवी कैमरा में कैद हो चुकी हैं। इसके आधार पर स्थानीय पुलिस ने जांच आरंभ कर दिया।

एनआईए ने इस वर्ष की थी संपत्ति जब्त

बताया जा रहा है कि एनआईए ने वर्ष 2020 में आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की लुधियाना में स्थित संपत्ति को कब्जे में ले लिया। यह कार्रवाई अदालत की आदेश पर हुई थी। परिवार के सभी सदस्य विदेश में बस गए हैं। बताया जाता है कि आतंकी वर्ष 1995 से विदेश में रह रहा था। पाकिस्तान की आईएसआई के साथ भी संबंध थे। पंजाब में वारदात को अंजाम देने से पूर्व आईएसआई , उसकी मदद करती रहीं। गैंगस्टर डल्ला के साथ भी संबंध थे। कई बार पाकिस्तान में भी देखा गया। 

एक गुरुद्वारे का मुखी भी था

बताया जाता है कि आतंकी निज्जर विदेश के एक गुरुद्वारा का मुखी भी था। हर छोटी से बड़ी चीज का हिसाब रखता था। धार्मिकता की आड़ में विदेश से भारत में आतंकी वारदातों को अंजाम देता रहा। सिख फार जस्टिस का सक्रिय नेता था। विदेश में बैठ कर भारत के खिलाफ जहर उगलता रहा। खालिस्तान मूवमेंट का समर्थक रहा आतंकी निज्जर अक्सर सोशल मीडिया में कई बार सामने आकर पंजाबी यूथ को अपनी बातों से वरगलता रहा।   

यूरोप में फैला नेटवर्क

सूत्रों से पता चला है कि निज्जर ने यूरोप में रहने वाले कई आतंकियों के साथ अपने संबंध बना रखे हैं। पता चला है कि यह वो लोग है, जिन्होंने विदेश में राजनीति शरण ले रखी हैं। इनका 80 के दौर उपरांत पंजाब में आतंकी गतिविधियों में शमूलियत रहीं। किसी तरह से वहां से भाग कर यूरोप के कई हिस्सों में राजनीति शरण ले ली। इनका मकसद था कि पंजाब को खालिस्तान बनाया जाए। इसके लिए विदेश में बैठकर पंजाब में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते आ रहे है। इनका मददगार पाकिस्तान देश की खुफिया एजेंसी आईएसआई हैं। 

हथियार चलाने में एक्सपर्ट

पक्की जानकारी के मुताबिक, इन लोगों ने विदेश में बड़ी संख्या में अपनी सेना बना रखी हैं। इन्हें लामबंद करने के लिए निज्जर ने अहम रोल निभाया। पाकिस्तान समर्थित आईएसआई ने इन्हें हथियार चलाने से लेकर बम बनाने की पूरी ट्रेनिंग दे रखी हैं। इतना ही , इसमें एक एक-दूसरे को संपर्क कायम करने के लिए इंजीनियरों की एक टीम तैयार कर रखी है, यह वही लोग है जोकि पंजाब के बेरोजगार युवाओं को अपने जाल में फंसाते है तथा फिर पैसे का लालच देकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए विवश करते है। इस बात का खुलासा कई बार पकड़े जाने वाले युवाओं ने किया। 

विदेश में खालिस्तानी मूवमेंट को धक्का

भारत के कड़े विरोध तथा एजेंसियों की सख्ती उपरांत विदेश में चल रही भारत के खिलाफ खालिस्तान मूवमेंट को कुछ समय से काफी गहरा धक्का लगा। इसके पीछे भारत का विदेश मंत्रालय का अहम रोल रहा हैं। विदेश मंत्री डॉक्टर जयशंकर ने साफ तौर पर उन विदेशी देशों को कड़ा संदेश दिया कि यहां पर भी भारत के खिलाफ कोई भी आतंकी मूवमेंट चल रही है, उनके खिलाफ आपको सख्त कार्रवाई करनी होगी, अन्यथा विदेश वार्तालाप में असर पड़ सकता हैं। इसके उपरांत कहीं न कहीं विदेश में चल रही खालिस्तानी मूवमेंट को मिल रही मदद को बंद कर दिया गया तथा वहां की सरकार , अब भारत को हर प्रकार की मदद दे रही है, ताकि, इसे जड़ से समाप्त किया जा सके। 

भूमिगत हुआ आतंकी पन्नू

सूत्रों से पता चला है कि विदेश में चला आतंकी अड्डा का मास्टरमाइंड गुरपतवंत सिंह पन्नू, इन दिनों भूमिगत हो गया हैं। इसके पीछे उसके खिलाफ कई एजेंसी उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी हुई हैं। उसकी हर मूवमेंट को देखा जा रहा हैं। बताया जा रहा है कि वह पल-पल में अपना ठिकाना बदल रहा हैं। मोस्ट आतंकी लिस्ट में पन्नू शामिल हैं।  सोशल मीडिया में आए दिन भारत के खिलाफ कोई आतंकी घटना के पीछे अपना हाथ होने की जिम्मेदारी लेता हैं। 

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