देश-विरोधी ताकतों ने अमेरिका में प्रधानमंत्री का किया विरोध-खुलेआम लगाए नारे खालिस्तान जिंदाबाद,सोशल मीडिया में वीडियो हुई वायरल

किसान आंदोलन के लिए पीएम की नीतियों को ठहराया जिम्मेंदार

देश-विरोधी ताकतों का काम मोदी की विश्वसनीयता के खिलाफ नारे लगाना, इन ताकतों के खिलाफ हों कार्रवाई-भाजपा नेता नरेश शर्मा

एसएनई न्यूज़.अमृतसर चंडीगढ़।अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के दौरे दौरान वहां पर कुछ देश-विरोधी ताकतों ने उनका विरोध किया तथा खालिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए। इसके पीछे खालिस्तान समर्थकों के हाथ की आशंका जताई जा रही है। इन नारों की सोशल मीडिया में वीडियो खूब वायरल हो रही है, जबकि पंजाब में कुछ इनके समर्थक किसानों के अधिकारों का हवाला देकर कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म में वीडियो में खूब वायरल कर रहे है तथा लोगों से अपील की जा रही है कि इस वीडियो को लाईक तथा ज्यादा से ज्यादा शेयर किया जाए। 


उधर, पंजाब भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेता नरेश शर्मा ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि कुछ देश विरोधी ताकतें प्रधानमंत्री की विश्वसनीयता को कम करने के लिए इस प्रकार के हथकंडे अपना रही है। इस प्रकार की ताकतें किसान आंदोलन ही नहीं, ब्लकि हर उस आंदोलन में अपना हस्तक्षेप करना शुरु कर देती है, जिससे देश के माहौल को बिगाड़ा जा सकता है। जबकि , अब हर कोई जान चुका है कि इस तरह की ताकतें से दूर रहना ही अपने देश तथा भविष्य के लिए बेहतर विकल्प है। 


मोदी-बाइडेन दोनों की दोस्ती का हाथ इस बात का संकेत दे रहा है कि ये दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए एक प्लेटफार्म में इकट्ठा होने जा रहे है। यह देश-विरोधी ताकतों का अपना दायित्व धूमिल होने की वजह से अब इन लोगों ने इस प्रकार के षडयंत्र रचने शुरु कर दिए है।  अब इन लोगों को मालूम हो जाना चाहिए कि इन देश-विरोधी ताकतों का जवाब देने के लिए विश्व की दो बड़ी ताकतों ने अपना काम करना शुरु कर दिया।  

 
दरअसल, शुक्रवार को  जिस जगह में अमेरिका के प्रधानमंत्री जो बाइडेन तथा भारत के प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के द्विपक्षीय बातचीत चल रही थी, तभी खालिस्तान समर्थकों ने इकट्ठा होकर बाहर खालिस्तान के झंडे लेकर प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी तथा खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लागने शुरु कर दिए। इतना ही नहीं, इन लोगों ने किसानों के खिलाफ तीन कानून पारित करने के पीछे प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेंदार ठहराया। 


गौरतलब है कि खालिस्तान समर्थक पहले भी किसान आंदोलन को लेकर खालिस्तान के बैनर तले विदेशी धरती पर कई रोष-प्रदर्शन कर चुके है। इस बात को लेकर भारत कड़ा विरोध भी जता चुका है। क्योंकि, इन खालिस्तानियों ने पिछले कुछ समय पहले अपने विरोध के दौरान देश का आपमान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ ही नहीं, बल्कि गलत-अभद्र टिप्पणीयां जाहिर की। 


अब आगे यह देखना होगा कि अमेरिका की बाईडन सरकार भारत देश विरोधी ताकतें (खालिस्तान मूवमेंट) के खिलाफ क्या बड़ा कदम उठाती है। उधर, सूत्रों से मिली पूख्ता जानकारी मुताबिक, इस प्रकार के विरोध-प्रदर्शन के पीछे सिख फार जस्टिस के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू के हाथ होने की बात सामने आ रही है। वैसे भी , भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने इसके खिलाफ कई देशों को इसकी मुहिम के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने बारे कई बार लिख चुका है। 


अब सभी की निगाहें, अमेरिका की जो बाईडेन सरकार पर टिकी है। कि क्या वह भारत के खिलाफ काम करने वाली अमेरिका में रहने वाली देश-विरोधी ताकतों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करेगी या फिर मामले को अतीत की तरह ही ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा। 

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