बड़ा सवाल-योगी आदित्यनाथ इन परिस्थितियों को कैसे निपटेंगे?
पंजाब के किसानों में यूपी सरकार के खिलाफ रोष, माहौल खराब होने के आसार
एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़/लखीमपुर/लखनऊ।
लखीमपुर में किसानों के ऊपर कार चढ़ाने से हुई मौत के बाद वहां का माहौल काफी तनावपूर्ण है। धारा-144 लखीमपुर में लगाई गई। किसी को भीतर आने या फिर जाने की अनुमति पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इस बीच उत्तर-प्रदेश सरकार की गृह-विभाग ने पंजाब के प्रमुख सचिव, गृह-विभाग तथा पंजाब के सीएमओ को एक पत्र जारी कर कहा गया कि लखीमपुर में धारा-144 लगा दी गई है, इसलिए यहां पर किसी को आने-जाने की अनुमति पर प्रतिबंध लगा दिया।
पंजाब में किसान संगठनों का यूपी के आदित्यनाथ की सरकार के खिलाफ रोष है। सूत्रों के मुताबिक, इन परिस्थितियों को लेकर पंजाब का माहौल खराब होने के आसार है। फिलहाल, जांच एजेंसियों ने इस पूरे मामले को लेकर अपनी जांच प्रक्रिया अलग से शुरू कर दी है।
सोमवार को पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह सुखी रंधावा , पंजाब के प्रमुख सचिव , गृह विभाग के अधिकारी तथा पंजाब पुलिस निदेशक सहित विशेष टीम के साथ सरकारी हेलीकॉप्टर में लखनऊ के हवाई-अड्डा रवाना हुए, जबकि उन्हें बीच में संदेश आ गया कि उनके हेलीकॉप्टर लैंड करने के लिए अनुमति नहीं मिली। अब जबकि उप-मुख्यमंत्री सड़क मार्ग के माध्यम से यूपी के लिए रवाना हो गए। वहां पर मृतक किसानों के स्वजनों से संवेदना देने के लिए सुखी पहुंच रहे है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का सोमवार को एक पोस्टर किसान एकता का बैनर वाला सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। इस तस्वीर से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि चन्नी किसी राजनीतिक मंच पर किसान एकता का नारा लगाकर किसानों को समर्थन देने का वादा करते दिखाई दे रही है। यह तस्वीर वर्तमान या फिर पुरानी है, इस बारे कुछ खास जानकारी हासिल नहीं हुई।
सीएम चन्नी ने यूपी में प्रवेश करने की मांगी इजाजतपंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने लखीमपुर मामले को लेकर यूपी के सीएम को एक पत्र जारी कर , उन्हें तुरंत लखीमपुर में मृतक के परिवारों से मुलाकात करने के लिए हवाई यात्रा के माध्यम से प्रवेश करने की यूपी सरकार तथा संबंधित विभाग से इजाजत मांगी है, जबकि अभी तक यूपी सरकार की तरफ से सीएम चन्नी को उत्तर नहीं मिला है।
क्या था पूरा प्रकरण
बताया जा रहा है कि रविवार को यूपी के लखीमपुर में किसानों के समूह ने धरना लगा रखा था। किसी भाजपा नेता ने उन किसानों के ऊपर कार चढ़ा दी। मौके पर तीन किसानों ने दम तोड़ दिया। माहौल खराब हुआ तो किसानों ने भी भाजपा के दो नेताओं को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। स्थानीय तथा पुलिस प्रशासन पर आरोप लगे की कि स्थिति को कंट्रोल करने के लिए कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई। मामला सीएम के संज्ञान में आया तो वहां पर पुलिस तथा अर्ध सैनिक बलों को तैनात कर दिया। कितनों की गिरफ्तारी हुई, इस बारे फिलहाल कोई पुष्टि नहीं हुई। इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई। धारा 144 लागू है।