वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
पंजाब में पराली को जलाने का काम थम नहीं रहा हैं। उच्च-न्यायालय से लेकर सरकार की सख्ती के बावजूद परिस्थितियों में कोई सुधार नहीं आ रहा हैं। उच्च-न्यायालय की सख्ती उपरांत पंजाब सरकार एवं पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। 11 जिलों के एसएसपी को डीजीपी की तरफ से पराली जलाने की घटनाएं नहीं रोक पाने के चलते कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। इन जिलों में बरनाला, बठिंडा, फरीदकोट, फाजिल्का, फिरोजपुर, लुधियाना, मोगा, मुक्तसर, संगरूर, जगराओं और खन्ना शामिल हैं।
3 दिन में देना होगा जवाब
नोटिस में पूछा गया है कि पराली जलाने की घटनाओं में कमी न आने का क्या कारण है। अब तक इस पर क्या एक्शन लिया गया है। सोमवार तक सभी को अपना जवाब दाखिल करना होगा। पराली जलाने की घटनाओं पर अब तक पुलिस की ओर से अलग अलग जिलों में कितने मामले दर्ज किए गए हैं।
सरकार ने कुछ समय पहले प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को फील्ड में उतार दिया था। साथ ही सारे पंजाब को सर्किल में बांट दिया था। लेकिन इसके बाद भी आग लगाने की घटनाएं नहीं रुक रही थीं। ऐसे में अब इस मामले को डीजीपी ने गंभीरता से लिया है। जिन जिलों में धान की पराली जलाने के सबसे अधिक केस आ रहे हैं, उनको नोटिस देकर जवाब तलब किया गया है।