एसएनई नेटवर्क.अमृतसर/चंडीगढ़।
पंजाब पुलिस ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर ड्रोन इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम तैयार किया है। इस योजना के पहले चरण में अमृतसर के 108 गांवों में विलेज पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है। ये पुलिस अधिकारी रात के समय ग्रामीण चौकसी कमेटियों के साथ मिलकर काम करेंगे। इनका पूरा ध्यान पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से होने वाले हथियारों और नशे की तस्करी को रोकने पर होगा।अगर कहीं पर भी ड्रोन नशा या हथियार गिराता है तो तुरंत रिस्पांस टीम एक्शन लेगी। सूबे के अन्य जिलों में भी इसी प्रोजेक्ट पर पंजाब पुलिस काम कर रही है। अमृतसर बॉर्डर रेंज के डीआईजी नरेंद्र भार्गव ने कहा कि उनकी कोशिश हथियार व नशा तस्करी पर पूरी तरह से नकेल कसना है।
बता दें कि पंजाब में पाकिस्तान सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान भी मुस्तैदी से पहरेदारी कर रहे हैं। पंजाब के सीमावर्ती जिलों में कुछ समय से ड्रोन की एक्टिविटी काफी बढ़ गई थी। इसके बाद इस मामले को लेकर पंजाब पुलिस के अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक हुई। बैठक में फैसला लिया गया कि जिन गांवों में ड्रोन के मामले अधिक आ रहे हैं, वहां पर विलेज पुलिस अफसर तैनात किए जाएं।
ऐसे काम करेगी टीम
जैसे ही ड्रोन से हथियार फेंकने की घटना सामने आएगी, विशेष टीम सक्रिय हो जाएगी। तुरंत कंट्रोल रूम पर सूचना देनी होगी। पांच से सात मिनट में रिस्पांस टीम के साथ अन्य टीमें मौके पर पहुंचेगी।
बोलेरो कार से करेंगे तस्करों का पीछा
सीमावर्ती एरिया में अब गैंगस्टरों और नशा तस्करों पर कार्रवाई करने के पुलिस को नए वाहन मिले हैं। सभी थानों को बोलेरो गाड़ियां मुहैया करवाई गई हैं। बाइक भी अलग से दी है ताकि अपराधियों का आसानी से पीछा किया जा सके। हालांकि पहले सीमावर्ती एरिया के थानों के पास वाहन काफी पुराने थे। इस वजह से पुलिस को अपराधियों का पीछा करने में काफी दिक्कत आ रही थी।