पंजाब की सत्ता में परिवारवाद भारी……..मंत्री रजिया सुल्ताना के परिवार पर सरकार की बड़ी मेहरबानी…..अब बहू अख्तर ने संभाली वक्फ बोर्ड चेयरपर्सन की कुर्सी

फोटो कैप्शन.....चंडीगढ़ के पंजाब राज्य वक्फ बोर्ड कार्यालय में नव-नियुक्त चेयरपर्सन जैनब अख्तर ने संभाला पदभार , गुलदस्ता भेंट कर बधाई देता बोर्ड का प्रमुख सदस्य।

निशाने पर चन्नी सरकार से लेकर मंत्रिमंडल………..विपक्ष की दलील, ऐसी क्या मजबूरी, एक परिवार को दे डाली तीन-तीन बड़ी जिम्मेदारी

एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।

पंजाब की सत्ता में हमेशा से ही परिवारवाद तथा अपनों को हक दिलाने का मुद्दा काफी चर्चा में रहा है। इस बार मुद्दा पंजाब की कांग्रेस राजनीति से जुड़ा है। पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा  (नवजोत सिंह सिद्वू के सलाहकार) तथा प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना की बहू जैनब अख्तर को पंजाब वक्फ बोर्ड का चेयरमेन बना देने से राजनीति में फिर से बवाल आ गया। सुल्ताना परिवार विरोधियों के निशाने पर आ गया। इतना ही नहीं, सबसे चौकन्य वाल बात यह रही कि छुट्टी वाले दिन यानी शनिवार को ही चेयरमेन की नियुक्ति फिर बाद में पद संभाल लिया गया, ताकि विरोधियों को विरोध करने का कोई अवसर ही नहीं मिल सकें।

चन्नी सरकार से पूर्व की कैप्टन सरकार दौरान भी, कई सीएम के फैसले को लेकर भीतर ही भीतर कांग्रेसी मंत्रियों तथा विधायकों द्वारा विरोध जताया जाता रहा। विधायक फतेह सिंह बाजवा , राकेश पांडे, कांगड़ के दामाद को नौकरी देने पर भी कांग्रेस सरकार के भीतर ही काफी विरोध हुआ। अब चन्नी सरकार के दौरान एक परिवार में तीन-तीन पद पर अहम स्थान मिलना, कहीं न कहीं विरोध की आग शुरु होने का अंदेशा जरूर जताया जा रहा है।

अब कैप्टन को मिला अवसर

चूंकि, हमेशा से ही नवजोत सिंह सिद्वू के सलाहकार पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा कैप्टन पर किसी न किसी मुद्दे को लेकर निशाना साधते रहे है, अब खुद ही बैकफुट पर चले गए है। क्योंकि, अब कैप्टन को मुस्तफा की बहू को वक्फ बोर्ड की चेयरपर्सन नियुक्त करने पर मुस्तफा तथा सीएम चन्नी की सरकार पर निशाना साधने का एक सुनहरी अवसर मिल चुका है। फिलहाल, अभी तक कैप्टन ने , इस मुद्दे को लेकर किसी प्रकार से कोई टिप्पणी नहीं की।

ऐसी बनी चेयरपर्सन

एक माह से वक्फ बोर्ड के चेयरपर्सन की कुर्सी खाली पड़ी थी। इससे पूर्व चेयरमैन नई सीएम बनने पर अपना इस्तीफा दे चुके थे। ऐसे में मंत्री सुल्ताना तथा उनके पति मोहम्मद मुस्तफा ने अपने परिवार के एक सदस्य बहू जैनब अख्तर को वक्फ बोर्ड का नया चेयरमेन बनाने की योजना बनाई। इस योजना के तहत बोर्ड के दो मुख्य सदस्यों ने बिना आपत्ति के जैनब अख्तर का नाम आगे रखने की पेशकश की। जिसके बाद सरकार ने अपना अंतिम फैसला लेते हुए जैनब अख्तर को पंजाब राज्य वक्फ बोर्ड का चेयरपर्सन नियुक्त किया।

 …आगे क्या होगा

पंजाब सरकार के इस फैसले की वजह से कांग्रेस की राजनीति में खास असर पड़ सकता है। क्योंकि, विरोधी हमेशा से ही कांग्रेस सरकार का इस बात को लेकर विरोध जताते रहे है कि अपने निकटतम या  मंत्रियों के रिश्तेदारों को अहम पदों पर प्राथमिकता दी जाती है। पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर भी विपक्ष के पास यह बड़ा मुद्दा हाथ लग गया है।

सिद्वू के करीब है परिवार

इस परिवार पर हमेशा से ही पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्वू का काफी आसरा रहा है। पूर्व पंजाब पुलिस निदेशक मोहम्मद मुस्तफा को अपना सलाहकार नियुक्त करना, जबकि रजिया सुल्ताना को प्रदेश कैबिनेट में अहम जिम्मेदारी दिलाना, अब चूंकि बहू को पंजाब राज्य वक्फ बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त करना, इसके पीछे यह बात साफ साबित हो जाती है कि सिद्वू की इस परिवार के साथ निकट रिश्ते है। जिसे सिद्वू भली-भांति निभा रहे है। 

फोटो कैप्शन…..चंडीगढ़ के पंजाब राज्य वक्फ बोर्ड कार्यालय में नव-नियुक्त चेयरपर्सन जैनब अख्तर ने संभाला पदभार , गुलदस्ता भेंट कर बधाई देता बोर्ड का प्रमुख सदस्य।   

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