पंजाब से ब्रेकिंग—-चक्का जाम रहा सरकारी बसों का छठे दिन, यात्री हुए बेहाल….अब कोस रहे , सरकार को।

फोटो कैप्शन-अमृतसर के मदन लाल ढींगरा बस-स्टैंड में हड़ताल दौरान खड़ी सरकारी बसों का दृश्य। (अनिल भंडारी)

सीएम का रुठे कर्मचारियों को मंगलवार मुलाकात का न्योता, फिर से चाल या फिर राजनीति…..बड़ा सस्पेंस।निजी बसों को बस स्टैंड भीतर आने की मिली अनुमति, जिंदगी पटरी पर आने के लिए लग सकता है वक्त।

एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।

पंजाब से अभी-अभी ब्रेकिंग खबर सामने आई है कि पंजाब रोडवेज, पनबस, पीआरटीसी कच्चे कर्मचारियों की हड़ताल छठे दिन में प्रवेश कर गई। शनिवार को सरकारी हड़ताली कर्मचारियों की वजह से बसों का चक्का जाम रहा। बेहाल यात्री, सिर्फ तो सिर्फ सरकार को ही कोसते नजर आए। उनके मुताबिक हड़ताली कर्मचारियों की मांगे बिल्कुल जायज है जिस पर सरकार को विचार कर, इन्हें तुरंत अमल में लाना चाहिए। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह रुठे कर्मचारियों को मनाने के लिए मंगलवार को मुलाकात करने का समय दिया। इसमें भी सीएम की कोई बड़ी राजनीति या फिर कोई चाल है। इसको लेकर कर्मचारियों तथा आम-जनता में काफी सस्पेंस पाया जा रहा है। निजी बसों को बस स्टैंड में लगाने की अनुमति दे दी गई। जबकि, जिंदगी पटरी पर आने में कुछ समय लग सकता है। 


लंबे समय से इन कर्मचारियों की मांग पर सरकार कोई फैसला नहीं ले रही है। जिस कारण ये रुठे कर्मचारियों ने इस बार आर पार की लड़ाई करने का फैसला कर लिया। पंजाब रोडवेज कर्मचारियों कच्चे कर्मचारियों के प्रदेश अध्यक्ष रेशम सिंह ने बताया कि सरकार उनके साथ सरासर धोखा कर रही है। उनकी जायज मांगों को लंबे समय से दरकिनार कर रही है। कच्चे कर्मचारियों को पिछले बीस साल से पक्का नहीं किया गया। जबकि , उनके कुछ कच्चे मुलाजिमों को बिना किसी गलती के कारण नौकरी से निकाल दिया गया। पगार इतनी थोड़ी है कि प्रतिमाह खर्च करना मुश्किल हो रहा है। कर्ज के कारण हर कर्मचारी की आर्थिक हालत दिन ब दिन कमजोर हो रही है। 
आगे की जानकारी देते रेशम सिंह ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी जायज मांगों को नहीं माना तो वे आने वाले दिनों में हाईवे जाम कर अपना संघर्ष जारी रखेगे। इस दौरान किसी प्रकार से कोई हानि हो जाती है तो उसके लिए प्रशासन तथा सरकार जिम्मेदार होगा। ऐलान किया कि इस बार वे सरकार से अपना अधिकार लेकर ही काम पर लौटेगे।

 
इतने कर्मचारी है हड़ताल परएक अनुमान के मुताबिक पूरे पंजाब में लगभग 8 हजार के लगभग पंजाब रोडवेज, पनबस, पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिम हड़ताल पर है। लगभग दो हजार सरकारी बसों का चक्का जाम है। प्रतिदिन करोड़ों रुपए का राज्य सरकार को आर्थिक नुकसान हो रहा है। इस बात को गंभीरता से लेते हुए अब सीएम कैप्टन ने मंगलवार को रुठे कर्मचारियों
को मनाने के लिए हर संभव प्रयास जारी है। 

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