पुलिस थाना में तकनीकी बदलाव लाने वाले एसआई राजकुमार को सलाम……राष्ट्रीय पुरस्कार से हुए सम्मानित

फोटो कैप्शन- अपराध अपराधी ट्रैकिंग और नेटवर्किंग प्रणाली में कार्यरत सहायक इंस्पेक्टर राजकुमार को प्रशंसा पत्र से सम्मानित करते जिला पुलिस आयुक्त डॉक्टर सुखचैन गिल। 

इस सूची में पुलिस के चंडीगढ़ कार्यालय के बड़े अधिकारी भी शामिल…..अब राज कुमार को करता है हर कोई धन्यवाद

एसएनई न्यूज़/अमृतसर/चंडीगढ़।

बचपन से ही जिंदगी में कुछ बड़ा करने की चाहत रखने वाले अपराध अपराधी ट्रैकिंग और नेटवर्किंग प्रणाली में महारत रखने वाले सहायक इंस्पेक्टर राज कुमार को दिल  से सलाम है। उनके प्रभावशाली कार्य तथा अमृतसर जिला की शहरी तथा ग्रामीण पुलिस में तकनीक के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने की वजह से राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

अब तक 3 हजार पुलिस कर्मियों को , इस तकनीक में कुशल बनाकर एक पंजाब पुलिस में नया बदलाव लाने में राजकुमार की अहम भूमिका रही। इस सूची में चंडीगढ़ कार्यालय में बड़े-बड़े पुलिस अधिकारियों की गिनती भी आती है। अब हर कोई  राजकुमार के कार्य की प्रशंसा तथा दिल से धन्यवाद करता है।

वर्ष 2016 से पहले पंजाब के थाना में कंप्यूटर की तकनीक तो जरुर मौजूद थी, जबकि इस पर काम करने वालों के पास तकनीक नहीं थी। उनके पास कंप्यूटर चलाने का अनुभव भी नहीं था। ऐसे में अहसास महसूस किया जा रहा था कि पंजाब में कंप्यूटरीकरण में बदलाव की जरूरत है।

ऐसा सिस्टम , जिसमें अपराध तथा अपराधी की सारी गतिविधियों बारे उसमें अपलोड हो जाएं, ताकि अगर किसी जिले का अपराधी, वहां से भाग कर अन्य जिला या फिर किसी अन्य प्रदेश चला जाए। पुलिस के हत्थे चढ़ जाए तो उसके बारे सारा पता लग सकें। 

वर्ष 2016 में पंजाब पुलिस ने एक बड़ा फैसला लेते हुए, अमृतसर के पुलिसकर्मी राजकुमार अपराध अपराधी ट्रैकिंग और नेटवर्किंग प्रणाली को सीखने के लिए भेजा गया। वहां पर ट्रेंड होकर , अमृतसर के ग्रामीण-शहरी के कुल 3 हजार पुलिसकर्मियों को सिखाने ड्यूटी दी गई।

अपनी ड्यूटी को तह दिल तथा कड़े परिश्रम का परिचय देते राज कुमार ने दो हफ्तों की ट्रेनिंग में पहले उन्हें बेसिक ट्रेनिंग दी। उसके बाद अपराध अपराधी ट्रेकिंग और नेटवर्किंग प्रणाली में ट्रेंड किया गया। राजकुमार के मुताबिक, जगदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह, राजकुमार और सिस्टम एडमिनिस्टर्स ने साथ दिया।

वे लोग तकनीकी रूप की प्रणाली में महारत रखते थे। इनके सहयोग की वजह से पुलिस कर्मियों को ट्रेंड करने में काफी मदद मिली।  अपराध को नियंत्रित करने में यह सुविधा पुलिस प्रणाली में काफी सहायक सिद्ध हो रही है। अब अपराधी को जल्द ढूंढने में काफी समय बच जाता है। 

चुनौती को स्वीकारा, इसलिए प्रणाली में सुधार आया

राजकुमार के मुताबिक,शुरुआत में इस सिस्टम को अन्य पुलिस कर्मियों को समझाने में खासा दिक्कतें आई। लेकिन इस चुनौती को स्वीकार करते हुए पूरा करने के लिए  प्रणाली को सही ढंग से समझा तथा उसे समझाने के लिए निपुणता का इस्तेमाल किया। धीरे-धीरे सभी कर्मचारी , इस प्रणाली को समझ गए, अब वहीं लोग इस प्रणाली को बड़े ही आसान तरीके से कर रहे है। इतना ही नहीं, राजकुमार से इस तकनीक का ज्ञान लेने वाले आगे बांट रहे है। 

अब पूरे देश में चल रही है प्रणाली

राजकुमार के मुताबिक, यह अत्याधुनिक प्रणाली अब पूरे देश के थाना में चल रही है। पंजाब में 400 के करीब थाना में चल रही है। इस प्रणाली की वजह से अपराध तथा अपराधी की हर गतिविधि का पता लग जाता है। इतना ही नहीं एक जगह से अपराध करने वाला  अपराधी दूसरी जगह से जल्द ट्रेस हो जाता है। 

पंजाब पुलिस गौरवान्ति

राजकुमार के मुताबिक, वह शैक्षणिक रूप से बीएससी आईटी है। राष्ट्रीय स्तर का इनाम मिलने की वजह से पंजाब पुलिस गौरवान्ति महसूस कर रही है। उन्हें एडीजीपी राम सिंह, आईजी प्रदीप यादव (तकनीकी सेवाएं) बधाई दे रहे हैं। घर में भी खुशी का माहौल है। राजकुमार इसके लिए अपने परिवार तथा विभाग का धन्यवाद कर रहे है।

उधर, अमृतसर जिला पुलिस आयुक्त डा.सुखचैन सिंह गिल ने अपने कार्यालय में उन्हें प्रशंसा पत्र दिया। 

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