पूर्व सीएम कैप्टन ने किसान आंदोलन को लेकर कौन सा ऐसा बड़ा बयान दे दिया, क्या रही चर्चा, पढ़े, इस खबर में वो सब, जिसके बारे जानना , आप सबके लिए जरूरी……..?

एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।

सीएम पद से इस्तीफा देने के डेढ़ महीने बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नई पारी से पहले किसान आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है। चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैप्टन ने कहा कि वो कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। उनके साथ खेतीबाड़ी और इसकी ट्रेडिंग से जुड़े कुछ लोग भी जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास कृषि कानूनों का फार्मूला नहीं है। हम चर्चा करेंगे, वहां से कुछ हल निकल सकता है। किसान और सरकार, दोनों चाहते हैं कि इसका कोई हल निकले।

कैप्टन ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने किसी भी राजनेता को आंदोलन में शामिल न करने की बात कही है। ऐसे में वो वहां कैसे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने इस बारे में किसी भी किसान नेता से बात नहीं की है।

अरूसा 16 साल से भारत आ रहीं, तब किसी को याद क्यों नहीं आई


अरूसा आलम को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह सही ढंग से वीजा लेकर 16 साल से भारत आ रही हैं। इतने सालों में किसी ने नहीं पूछा। अब चुनाव आए तो यह सवाल क्यों पूछा जा रहा है। चुनाव देख इसे मुद्दा बनाया जा रहा है।कैप्टन ने कहा कि मौजूदा डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा मेरी सरकार में मंत्री थे और अरूसा तब भी यहां आई थी। तब उन्हें यह बात क्यों याद नहीं आई। अरूसा आलम के पंजाब का पैसा लेकर जाने के सवाल पर अमरिंदर ने कहा कि विरोधी बताएं कि वह पैसा कहां ट्रांसफर हुआ। इनकम टैक्स और ईडी को इसके बारे में बता दें।

नई पार्टी पर फैसला बरकरार; चुनाव आयोग की मंजूरी के बाद करेंगे नाम की घोषणा


कैप्टन ने कहा कि वह नई पार्टी बनाएंगे। यह फैसला कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अभी पार्टी के नाम और सिंबल को लेकर काम चल रहा है। इसलिए वह नाम नहीं बता सकते। इसके बारे में चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद वो घोषणा करेंगे।कैप्टन ने कहा कि वो सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। नवजोत सिद्धू का मजबूती से मुकाबला करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि नवजोत सिद्धू के आने के बाद कांग्रेस की लोकप्रियता में गिरावट आई है।

बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का समर्थन; सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति न करें पार्टियां
कैप्टन ने पंजाब में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से कोई राज्य पर कब्जा नहीं कर रहा। इससे संघीय ढांचे को कोई चोट नहीं लगी है। यह फैसला पंजाब के भीतर ड्रोन से हथियार और ड्रग्स की सप्लाई को रोकने के लिए है।उन्होंने पंजाब पुलिस की सराहना करते हुए इसे फर्स्ट क्लास फोर्स करार दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस को बीएसएफ की मदद की जरूरत है। खालिस्तानी और पाकिस्तानी पंजाब में स्लीपर सेल के जरिए माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। कैप्टन ने इसका विरोध करने को गैर जिम्मेदाराना रवैया करार दिया।

2 महीने में क्या कर लेंगे
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि 2 महीने में नई आई CM चरणजीत चन्नी की सरकार कुछ नहीं कर सकती। एक बिल्डिंग बनाने में भी 4 साल लग जाते हैं। जो काम हमने पास किए, वो वही काम कर रहे हैं। लाल लकीर में आने वाले लोगों को मालिकाना हक देने का फैसला हमने किया था। स्लम एरिया में रहने वालों को भी मालिकाना हक देने का फैसला भी मेरी सरकार का था। हम इसे पहले ही 5 जिलों में कर चुके हैं।

साढ़े 4 साल में हमने 92% वादे पूरे किए


इस दौरान अमरिंदर साढ़े 4 साल का रिपोर्ट कार्ड दिया। उन्होंने कहा कि हमने लगभग सभी वादे पूरे किए हैं। जो रह गए, वो मार्च तक पूरे कर लेने थे। उन्होंने कहा कि जब पंजाब कांग्रेस में कलह को लेकर खड़गे कमेटी बनी तो मैंने उन्हें यह सब बताया। फिर सोनिया गांधी से मीटिंग में भी इसकी जानकारी दे दी थी। उन्होंने कहा कि हाईकमान का 18 पॉइंट का एजेंडा कोई मुद्दा ही नहीं है।इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के बयान ने भी पार्टी की सियासी गर्मी बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह उनके मित्र थे, हैं और रहेंगे। नई पार्टी बनाने के बाद भी कैप्टन उनके मित्र रहेंगे।

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