अब पत्र के माध्यम से जायज मांग पर विचार करने की लगाई गुहार…..अब देखना होगा डिप्टी सीएम सोनी क्या लेते है फैसला।
एसएनई न्यूज़.अमृतसर/चंडीगढ़।
ओम प्रकाश सोनी प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के मंत्री भी है। गृह जिला आपका अमृतसर है। आप हमारे शहर से से होने की वजह से हमारी एसोसिएशन को आपसे काफी उम्मीद थी। बार-बार पत्र लिखने के बावजूद, आखिरकार 14 दिसंबर को इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन को बड़ी मुश्किल से आपसे मुलाकात करने का समय मिला। इस दौरान आपने हमारी हर एक मुद्दे पर बात तो जरुर सुनी, जबकि किसी पर भी स्वीकृति हासिल नहीं हुई।
यहां पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पंजाब इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश शर्मा ने कहीं। अपने पत्र में लिखे बातों पर व्याख्यान करते कहा कि आप्थाल्मिक ऑफिसर एसोसिएशन की मांग में प्रमोशन चैनल, असल ड्यूटी रोस्टर लागू, शैक्षणिक योग्यता डिग्री एवं को खाली पड़े पद जल्द से जल्द भरने की गुहार लगाई। किसी प्रकार से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने से एसोसिएशन तथा कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।
इसी प्रकार पंजाब में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने ऐलान किया था कि जल्द नए मुलाजिमों तथा अस्थाई मुलाजिमों को पक्के तौर पर नौकरी दी जाएगी। उन्हें कम से कम प्रतिमाह वेतन 17-18 हजार दिया जाएगा। अफसोस जनक किसी भी घोषणा पर अमल नहीं किया गया।
सिविल अस्पताल उप-मुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी के गृह जिला अमृतसर में है। इसमें 40 के करीब स्थायी तौर पर कार्यरत है। जिन्हें पगार काफी प्रतिमाह कम मिलता है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) में स्थानीय सिविल अस्पताल , अमृतसर प्रथम स्थान पर रहा। यह सब कुछ, इन मुलाजिमों की अथक मेहनत की वजह से पूरा हो पाया। इन मुलाजिमों को नगर-निगम की तर्ज पर सुनिश्चित तौर पर स्थाई किया जाए।
इसी प्रकार सिविल अस्पताल में पैरा मेडिकल स्टाफ लंबे समय से अपनी लंबित मांगों को लेकर सरकार के समक्ष कई बार गुहार लगा चुका है। इसके बावजूद, उनकी एक मांग पर विचार नहीं किया गया। इन मुलाजिमों की मांग पर अपनी स्वीकृति देनी चाहिए। वैसे भी अस्पताल में पूर्व में मुलाजिमों का टोटा चल रहा है।
उन्होंने मांग की कि सरकार उनकी जायज मांग पर जल्द अमल करें तथा उन्हें बैठक के समय निर्धारित करे।