नितिन धवन/शम्मी शर्मा/पंकज कौड़ा/गुरदासपुर/चंडीगढ़।
बटाला में फतेहजंग बाजवा की पहली रैली में माहौल , उस वक्ता गर्मा गया, जब भाजपा के दो बड़े नेता आपस में भिड़ जाते है। गुत्मगुथी होते है तथा गाली-गलौज तक नौबत आ जाती है। बताया जा रहा है कि नगरर-कौंसिल के पूर्व अध्यक्ष नरेश महाजन तथा जिला भाजपा अध्यक्ष राकेश भाटिया के बीच काफी गहमागमी हुई।
हैरान करने वाली बात भाजपा प्रत्याशी फतेहजंग सिंह बाजवा इस झगड़े देखते रहे, जबकि किसी ने इसे छुड़ाने की जहमत नहीं की। थोड़े दिन पूर्व ही भाजपा केंद्रीय नेता तरुण चुघ ने आपस में बैठाकर समझौता भी कराया था।
दरअसल, चुनाव आयोग की पाबंधियां हटाने के उपरांत भाजपा प्रत्याशी फतेहजंग सिंह बाजवा ने बटाला में रोड शो निकाला। रोड शो विभिन्न बाजार होकर निकल रहा था। इस बीच पूर्व नगर-कौंसिल अध्यक्ष नरेश महाजन तथा भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश भाटिया साथ-साथ चल रहे थे। इस बीच दोनों तरफ से किसी बात को लेकर विवाद हो गया।
विवाद गुत्थनगुत्थी तक पहुंच गया। एक-दूसरे के ऊपर अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगा। बजावा ने जब इस झगड़े को देखा तो उन्होंने छुड़ाने की बिल्कुल जहमत नहीं की, बल्कि अपने प्रचार जारी रखा। बताया जा रहा है कि भाजपा में दो गुट संक्रिय है। इनमें पूर्व नगर-कौंसिल अध्यक्ष नरेश महाजन तथा जिला भाजपा अध्यक्ष राकेश भाटिया का है। इन दो गुटों का आपस में पूर्व में काफी तनातनी चल रही थी।
जबकि, चुनाव को लेकर केंद्रीय नेता तरुण चुघ ने इस विवाद को समाप्त करने के लिए आपस में समझौता करा दिया। सब कुछ एकदम ठीक चल रहा था। लेकिन, आज के झगड़े ने भाजवा के वोट बैंक बड़ी सेंधमारी कर दी। इसका सबसे बड़ा नुकसान आने वाले दिनों भाजपा प्रत्याशी फतेहजंग सिंह बाजवा झेलना पड़ सकता है। इसलिए पार्टी को इस विवाद को लेकर बड़ा कदम उठाने की जरुर है, अन्यथा बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है। चुनाव में लोग सब कुछ देखते है तथा इस प्रकार के विवाद को लेकर लोगों की नेता के प्रति नफरत पैदा हो जाती है।