नितिन धवन/शम्मी शर्मा/विकास कौड़ा/चंडीगढ़।
पंजाब विधानसभा चुनाव-2022 को लेकर केंद्र द्वारा पारित बजट में पंजाब को खास नहीं मिला है। इसे लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पंजाब की विरोधी पार्टियों के निशाने पर आ गई। खासकर, कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं ने तो इस बजट को हवाहवाई बताकर पूर्ण रुप से हवा निकाल दी। पंजाब में चुनाव को लेकर आम-जनता, किसान वर्ग को काफी उपेक्षा थी कि केंद्र सरकार, उनके लिए बजट में कुछ खास घोषणा करेगी, जबकि केंद्र सरकार ने ऐसा बिल्कुल नहीं करके, विरोधियों को उसके विरुद्व कर लिया।
सुखबीर सिंह बादल ने इस बजट को लेकर बोला कि सिर्फ तो सिर्फ उद्यमी जगत के ऋण माफ किए गए, पंजाब कृषि प्रधान क्षेत्र के लिए कुछ कास नहीं लाया गया। किसानों को काफी उम्मीद थी कि शायद केंद्र सरकार , उनके लिए नई घोषणा लेकर आए, जबकि, ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ।
कांग्रेस के केंद्रीय नेता मनीष तिवारी ने तो कहा कि इस बजट के बारे तो किसी ने सोचा नहीं होगा ना हीं इस प्रकार से लागू होगा। एकदम से कमजोर बजट रहा। मेरे मुताबिक, बजट तो हवाहवाई था , जिसकी हवा निकल चुकी है।
अलका लांबा ने कहा कि किसान देश का अन्नदाता है। उसके लिए मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया। मोदी जी, किसानों की वर्ष 2022 में आय दोगुणा करने की बात करते है, जबकि इस बजट में जो कुछ किया , उसे रद्दी भर टोकरी में डाल देना चाहिए। खाद सब्सिड़ी काट कर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कोई विचार नहीं किया गया। जिसके लिए किसान लोग लंबे समय से संघर्ष कर रहे है।
पंजाब भाजपा ने कहा…बढ़िया था बजट
पंजाब भाजपा ने कहा कि इस बार बजट बहुत अच्छा रहा है। खासकर, हर वर्ग का ध्यान रखा गया। गागर में सागर भर दिया गया। सुरक्षा बजट में बढ़ोत्ती के साथ-साथ देश में 68 फीसद खरीद को अनिवार्य कर दिया गया। मेड इन इंडिया को महत्व दिया गया। पोस्ट आफिस में कोर बैंकिग को हरी झंडी देकर पूरे देश के डेढ़ लाख डाक-घर को फायदा होने के साथ-साथ गांव वालों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। कोपरेटिव सेक्टर में टेक्स को 18 से 15 फीसद कर पंजाब को काफी फायदा होगा। क्योंकि , पंजाब में इस सेक्टर का किसान वर्ग काफी संख्या में जुड़ा हुआ है।