बड़ी खबर राजनीति से जुड़ी….पटियाला, जलालाबाद से कांग्रेस का फंसा दांव पेच….8 सीट पर अब तक चल रही कशमकश….नामांकन में रहे शेष दो दिन

प्रतीकात्मक तस्वीर

बड़े चेहरों में भुल्लर, डीसी,अंगद, आंवला की सीट अब तक फसी…..सिक्की ने पूर्व में भरा निर्दलीय नामांकन पत्र…सांसद डिंपा पुत्र का राह हुआ आसान

राजनीतिक विश्लेषण टीम.शम्मी शर्मा/नितिन धवन/विकास कौड़ा/चंडीगढ़।

पंजाब विधानसभा चुनाव-2022 को लेकर राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई। कांग्रेस की 8 विधानसभा सीट पर चल रहा है अब तक कशमाकश। इनमें प्रमुख सीट है पटियाला शहरी (कैप्टन अमरिंदर सिंह) तथा जलालाबाद (शिअद के सीएम चेहरा सुखबीर बादल)। पटियाला शहर से कांग्रेस की तरफ से पूर्व मंत्री तथा वरिष्ठ कांग्रेस नेता लाल सिंह ने अपना दावा ठोक रखा है, जबकि जलालाबाद से कांग्रेस के किसी प्रत्याशी का चुनाव लड़ने की दिलचस्पी को लेकर अभी तक कोई नाम नहीं सामने आया।  

कांग्रेस के जिन सीटों पर दांव पेच फंस चुका है। उसमें बड़े चेहरों में मौजूदा विधायक खेमकरण से गुरचेत सिंह भुल्लर, अटारी सीट से तरसेम सिंह डीसी, नवांशहर से अंगद सैनी, खडूर साहिब सीट से रमनजीत सिंह सिक्की द्वारा निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन भरने से डिंपा के पुत्र के लिए राह आसान हो गया। वैसे भी सिक्की पर एक राष्ट्रीय बैंक का लोन नहीं चुका पाने के कारण डिफाल्टर घोषित हो चुके है। इस मामले को लेकर पार्टी सिक्की पर दांव खेलना जोखिम समझ रही है। 

चर्चा, इस बात की खूब चल रही है कि कांग्रेस के 15 बड़े नेताओं ने बगावती सुर अपना लिया। इनमें राणा गुरजीत सिंह, जगमोहन सिंह कंग मुख्य रूप से शामिल है, जबकि विधानसभा हलका श्री हरगोबिंदपुर, आदमपुर, मजीठा क्षेत्र से पार्टी अपने प्रत्याशियों को बदलने पर विचार कर रही है।  

पार्टी में इस बात को लेकर भी चर्चा हो रही है कि इन क्षेत्र में पार्टी अंतिम समय पर अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर सकती है। क्योंकि, पार्टी नहीं चाहती है कि समय से पूर्व टिकट काट कर प्रत्याशी को अन्य पार्टी में जाकर चुनाव लड़ने का अवसर मिल सके। इसलिए पार्टी किसी प्रकार से कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है। 

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