एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से बैठक बुलाई गई । इसमें 70 सिख संगठनों को बातचीत का न्योता दिया गया। सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया गया है। अगर पकड़े गए युवा सिखों को रिहा ना किया गया तो बड़ा एक्शन लिया जा सकता है।
ज्ञानी हरप्रीत ने क्या कहां
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि हमारे चरित्र पर हमला हो रहा है। योजना के तहत सिखों को बदनाम किया जा रहा है। खास बात है कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से बुलाई गई बैठक में इस बार किसी भी राजनीतिक पार्टी को नहीं बुलाया गया। सिर्फ बुद्धिजीवी, सिख धार्मिक संगठनों को इसका न्योता दिया गया।
बैठक के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने बताया कि अगर सरकार ने उनकी ना सुनी तो पूरे पंजाब में पंचायतों व बैठकों में वहीर भेज कर लोगों को सिखों पर हो रहे अत्याचार के बारे में बताया जाएगा।
एसजीपीसी ने लड़ेगी कानूनी लड़ाई
एडवोकेट धामी ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह का आदेश सुनाते हुए कहा कि पकड़े गए सिखों की कानूनी लड़ाई एसजीपीसी लड़ेगी। जिन पर एनएसए लग चुका है, उनका मुद्दा हाईकोर्ट में उठाया जाएगा। अगर कोई अपना वकील कर चुका है तो उनकी आर्थिक सहायता की जाएगी। इसके लिए परिवारों को एसजीपीसी से संपर्क करने के लिए कहा गया है।
कौम के नाम पर यह जारी किया संदेश
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अंत में कौम के नाम अपना संदेश पढ़ कर सुनाया। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि आज का यह इकट्ठ श्री अकाल तख्त साहिब से ऐलान करता है, जो सिख पकड़े हैं, उनके साथ हम खड़े हैं। जो बेकसूर पकड़े हैं उनके साथ हैं। सरकार को चेतावनी देते कि 24 घंटे में उन्हें छोड़ा जाएं।