एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।
पंजाब कांग्रेस समिति के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ के एक बयान ने पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी तथा कांग्रेस के लिए मुश्किल बढ़ा दी। जाखड़ ने साफ तौर पर चन्नी पर आरोप लगाते कहा कि चन्नी मीटू के मामले में अभी भी आरोपी है। महिला आईएएस के खिलाफ अश्लील संदेश भेजने का आरोप है। अब किसी महिला पत्रकार के खिलाफ मीटू के चन्नी पर जाखड़ ने आरोप लगा दिए। उन्होंने एक इंटरव्यू में यह सब आरोप चन्नी के खिलाफ लगाए। फिलहाल, इस सारे मामले को लेकर कांग्रेस तथा चरणजीत सिंह चन्नी की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया। इतना जरूर तय है कि जाखड़ के बयान से कांग्रेस तथा चन्नी की मुश्किलें बढ़ने वाली है।
पिछली बार की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर के मंत्रिमंडल में चरणजीत सिंह चन्नी मंत्री थे। उस दौरान एक आईएएस अधिकारी को चन्नी ने मोबाइल पर एक गलत संदेश भेजा। महिला ने इसकी शिकायत तत्कालीन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को भेजी। मामला महिला आयोग के पास पहुंचा। इस बीच कैप्टन को हटाकर कांग्रेस चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बना दिया। मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
अब जाखड़ ने फिर से इस मामले को उठाकर कांग्रेस तथा चन्नी के लिए मुसीबत खड़ी कर दी। इतना ही नहीं जाखड़ ने जहां तक कह दिया की कि चन्नी तो सीएम बनने के लायक ही नहीं थे। कांग्रेस ने दलित कार्ड खेलकर, उसे आग कर दिया। जबकि, चुनाव परिणाम ने कांग्रेस हाईकमान की इस चाल को नाकाम कर दिया। जाखड़ के आरोप, इस बात की ओर इशारा कर रहे है कि पंजाब में कांग्रेस की हार के पीछे कही न कही कांग्रेस हाईकमान भी जिम्मेदार है। फिलहाल, इस बड़े मामले को लेकर कांग्रेस हाईकमान को आगे आकर जवाब या फिर कोई कार्रवाई करने का संदेश देना होगा। अन्यथा कांग्रेस के लिए अति गंभीर परिणाम साबित हो सकते है।
दरअसल, जाखड़ को कैप्टन के उपरांत पंजाब सीएम नहीं बनाने को लेकर भी उनका कांग्रेस के प्रति रोष है। जबकि, जाखड़ को चन्नी सरकार में अहम स्थान लेने की पेशकश भी मिली थी, लेकिन उन्होंने लेने से साफ इंकार करते हुए अपनी नाराजगी को बयां ही कर दिया था।