पिछले 12 साल से लोगों को गंतव्य तक पहुंचाने वाले …….सिर्फ 10 हजार की पगार से घर का कर रहे गुजारा
समय-समय की सरकार ने किया हर बार झूठा वादा
एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।
वाह रे चन्नी सरकार, अब तेरे राज्यकाल में अपने जायज हक मांगने के लिए पर्चा का सामना करना पड़ रहा है। सरकार के एक इशारे पर पंजाब के कांट्रेक्ट रोडवेज कर्मचारियों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज कर दिया गया। इतना ही नहीं, अब उन्हें चुन चुन कर गिरफ्तार करने के भी आदेश जारी हो गए। पिछले 12 वर्ष से यह कच्चे कर्मचारी अपने सच्चे हक की लड़ाई समय-समय की सरकार के खिलाफ लड़ रहे है।
लोगों को उनके सही समय पर गंतव्य तक पहुंचाने में अपनी ड्यूटी को पूरी ईमानदारी से निभा रहे है। प्रतिमाह सिर्फ 10-12 हजार की पगार से घर का गुजारा कर रहे है। इतना ही नहीं, समय-समय की सरकार ने इनसे झूठा वादा कर अपने मत हासिल किए।
अब इन मुलाजिमों ने 3 दिसंबर को पंजाब के 20 डिपो को बंद किया तो सरकार के आदेश पर, इनके खिलाफ पर्चा दर्ज कर दिया। इतना ही नहीं, इनके फोन नंबर ट्रेस किए जा रहे है, ताकि लोकेशन का पता कर, इन्हें गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाला जा सके।
चन्नी सरकार ने सत्ता संभालते ही , पंजाब के हर कच्चे मुलाजिमों से वादा किया था कि उन्हें पक्का किया जाएगा। कैबिनेट में इस संशोधन को पारित भी किया गया, जबकि पंजाब रोडवेज के कच्चे कर्मचारियों को सिर्फ बातों ही बातों में पक्का कर दिया गया। हकीकत में उन्हें आज भी कच्चे कर्मचारी के तौर पर प्रतिमाह पगार 10-12 हजार रुपए मिल रही है जो नाकाफी है।
लगभग 3600 कच्चे मुलाजिम लंबे समय से पक्का करने के लिए समय-समय की सरकार के समक्ष अपना जायज हक की मांग कर रहे है, जबकि प्रत्येक सरकार, उनसे बैठक कर झूठे वादे कर देती है, बाद में अपने वादे से मुकर जाती है। परिणामस्वरूप, उन्हें अपने हक से वंचित रहना पड़ता है।
अब सरकार ने उनकी आवाज दबाने के लिए कानून का सहारा लेकर मामले दर्ज कर दिए, ताकि सरकार के खिलाफ लामबंद नहीं हो सके। इन मुलाजिमों ने भी फैसला कर लिया है कि वह सरकार की गीदड़ भभकी से डरने वाले नहीं है, इसलिए उन्होंने भीतर ही भीतर सरकार के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ने का मूड बना लिया है।
लगभग 3600 कच्चे मुलाजिम लड़ रहे लड़ाई
जानकारी के मुताबिक , पूरे पंजाब में पंजाब रोडवेज के 3600 कच्चे मुलाजिम है। पिछले 12 वर्ष से पक्के होने के लिए समय-समय की सरकार के खिलाफ अपनी जायज मांग के लिए लड़ाई लड़ रहे है। हर सरकार ने इन मुलाजिमों से अपना मत हासिल करने के लिए झूठ का सहारा लिया। वादा किसी सरकार ने पूरा नहीं किया।
आपराधिक मामलों से डरने वाले नहीं
इन कच्चे मुलाजिमों ने एक सुर में फैसला ले लिया है कि वह सरकार द्वारा आपराधिक मामले उनके खिलाफ दर्ज करने से डरने वाले नहीं है। वह इस लड़ाई को अपनी हक मिलने तक जारी रखेंगे। चन्नी सरकार ने मुलाजिमों के खिलाफ फैसला लेकर अच्छा नहीं किया। वह उनकी आवाज को दबा नहीं सकते। उनकी लड़ाई अपने हको को हासिल करने तक जारी रहेगी।
मोबाईल ट्रेस किए जा रहे
पता चला है कि पुलिस ने कच्चे मुलाजिमों के मोबाइल नंबर ट्रेस किए जा रहे है। उनकी लोकेशन का पता लगाया जा रहा है, ताकि उन्हें गिरफ्तार कर उनकी आवाज को दबाया जा सके। मुलाजिमों ने भी सरकार को चेतावनी दे डाली है कि सरकार की गीदड़ भभकी से डरने वाले नहीं है।
राजा वडिंग कर चुके है वादा
इससे पहले पंजाब के परिवहन मंत्री राजा वडिंग, पंजाब रोडवेज के कच्चे मुलाजिमों को वादा कर चुके है, उन्हें जल्द ही पक्का कर दिया जाएगा। जबकि, इस पर अभी तक कोई बड़ा फैसला राज्य की चन्नी सरकार नहीं ले पाई। मुलाजिम इस बात को भली भांति समझते है कि पंजाब में वर्ष 2022 के शुरू में चुनाव है, इसलिए पंजाब में कभी भी चुनाव आचार संहिता लागू हो सकती है। इसलिए वह सरकार के फैसले को चुनावी स्टंट भी मान कर चल रहे है।
9 दिसंबर को होगा फैसला
विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि 9 दिसंबर को इस मसले पर दो महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। एक तरफ पंजाब कैबिनेट की बैठक, जबकि दूसरी तरफ पंजाब रोडवेज के कच्चे कर्मचारियों की बड़ी बैठक होने जा रही है। उस बैठक में फैसला होगा कि कच्चे मुलाजिमों को पक्का किया जाए जा फिर नहीं। जबकि, कच्चे मुलाजिम उस बैठक में सरकार के खिलाफ बड़ा ऐलान कर सकते है।