वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
ठीक 9 वर्ष उपरांत एशियन गेम्स में पंजाबियों ने फिर से इतिहास दोहराया है। खास बात, फाइनल में स्वर्ण पदक जीतकर ओलंपिक खेलों में अपनी जगह पक्की करने वाली भारतीय हॉकी टीम में 10 खिलाड़ी पंजाब से हैं। इनमें से भी 5 खिलाड़ी मनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, वरुण, सुखजीत, हार्दिक सिंह हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले जालंधर से संबंध रखते हैं। पड़ोसी जिला कपूरथला से 1 खिलाड़ी कृष्ण बहादुर पाठक जीके है।
अमृतसर से भी संबंध है कुछ खिलाड़ियों का
वहीं भारतीय टीम में 10 पंजाबियों में से कैप्टन हरमनप्रीत सिंह, गुरजंट सिंह, शमशेर सिंह, जरमनजीत सिंह बल गुरु नगरी अमृतसर से हैं। यह दूसरा मौका है जब एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले पुरुष हॉकी टीम में 10 खिलाड़ी सिर्फ पंजाब से हैं। 1966 में बैंकाक में हुई एशियन गेम्स में भी पुरुष हॉकी टीम ने पहली बार गोल्ड जीता था। उस विजेता हॉकी टीम में भी 10 खिलाड़ी पंजाब से ही थे।
9 साल बाद स्वर्ण जीता
एशियन गेम्स में पंजाबियों ने एक फिर से अपना लोहा मनवाते हुए और इतिहास को दोहरा कर 9 साल बाद एशियन गेम्स में गोल्ड पर कब्जा किया है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अब तक 1966, 1998 और साल 2014 में एशियन गेम्स में फाइनल जीत कर गोल्ड हासिल किया था। एशियन गेम्स पुरुष हॉकी में भारत का चौथा गोल्ड है।