वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
लॉरेंस बिश्नोई के हिरासत में साक्षात्कार में कथित रूप से मदद करने वाले बर्खास्त डीएसपी गुरशेर सिंह संधू के खिलाफ एलओसी जारी किया गया। अंदाजा इस बात का लगाया जा रहा है कि डीएसपी विदेश भाग चुका है। लेकिन, उसके फरार होने के विभाग के पास कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है, इसलिए, अभी तक इस बात के कयास ही लगाए जा रहे है। फिलहाल, विभाग के हाथ इस मामले को लेकर बिल्कुल खाली है।
इस तारीख को कर दिया था बर्खास्त
डीएसपी को राज्य सरकार ने 2 जनवरी को बर्खास्त कर दिया था। बर्खास्तगी आदेश में कहा गया था कि डीएसपी बिश्नोई के साक्षात्कार में कथित रूप से मदद करने के लिए आरोप पत्र प्राप्त करने से बच रहा था। उधर, कई तरह की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि गुरशेर शायद मामले में गिरफ्तारी के डर से विदेश भाग गया हो सकता है। उधर, नाम न बताने की शर्त पर पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि वे न तो इनकार कर सकते हैं और न ही पुष्टि कर सकते हैं कि बर्खास्त पुलिसकर्मी देश में है या विदेश में। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमारी जानकारी के अनुसार, वह लापता है।”
इससे पहले यहां पर किया गया तैनात
डीएसपी को 25 अक्टूबर को निलंबित किए जाने से पहले अमृतसर स्थित पंजाब सशस्त्र पुलिस की 9वीं बटालियन में तैनात किया गया था। वह कुछ दिनों से ड्यूटी पर नहीं आया था। एलओसी खोलने की प्रक्रिया से अच्छी तरह वाकिफ पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह तब खोला जाता है जब इस बात की प्रबल संभावना होती है कि संबंधित व्यक्ति विदेश भाग सकता है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “संभावना है कि एलओसी खुलने से पहले वह देश छोड़कर भाग गया हो, लेकिन इसका कोई सबूत नहीं है।” बिश्नोई साक्षात्कार में डीएसपी और 6 अन्य पुलिसकर्मियों की कथित संलिप्तता ने पुलिस विभाग को बुरी तरह शर्मिंदा किया था। विभाग को पहले ही भगोड़े और बर्खास्त पुलिसकर्मी राज जीत सिंह का पता लगाने में विफलता के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था।
ये थे वो आदेश….इसमें लिखा गया था यह
बर्खास्तगी के आदेशों में कहा गया है कि डीएसपी ने मार्च 2023 में खरड़ में केंद्रीय जांच एजेंसी (सीआईए) की हिरासत में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का वीडियो-साक्षात्कार कराकर ‘पुलिस विभाग की छवि को नुकसान पहुंचाया’। गौरतलब है कि लॉरेंस बिश्नोई सिद्धू मूसेवाला मामले में मुख्य साजिशकर्ता है। इसके अलावा, उस पर हत्या, जबरन वसूली और अन्य अपराधों के 80 से अधिक अन्य पुलिस मामले दर्ज हैं।