एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।

राष्ट्रीय कांग्रेस अब किसी भी कांग्रेस के नेता का पार्टी के खिलाफ चलने वाले को बख्शने के मूड में नहीं दिखाई दे रही है। उसने साफ संकेत दे दिया है कि पार्टी के खिलाफ गलत चलने वालों के खिलाफ कभी भी सख्त कार्रवाई हो सकती है। इस बात का अंदाजा, इससे ही लगाया जा सकता है कि पंजाब के नवनियुक्त अध्यक्ष राजा वडिंग के खिलाफ पूर्व कांग्रेस विधायक सुरजीत सिंह धीमान द्वारा आरोप लगाना, उस समय महंगा पड़ गया, जब पंजाब कांग्रेस मामलों के प्रभारी के संज्ञान में यह मामला आया तो उन्होंने भी एक्शन लेते हुए सुरजीत सिंह धीमान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाते हुए पार्टी गतिविधियों से निष्कासित करने का एक ईमेल के माध्यम से पत्र जारी कर दिया। फिलहाल, धीमान का इस मामले को लेकर अब तक कोई बयान सामने नहीं आया। इससे , अब एक बात साफ हो गई है कि कांग्रेस हाईकमान अब अनुशासन में नहीं रहने वाले नेताओं को रहम नहीं चाहती है।
इससे पहले सुरजीत धीमान ने सिद्धू का समर्थन करते हुए पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त करने की वकालत करते हुए कहा कि सिद्धू एक ईमानदार नेता है। किसी प्रकार से उन पर कोई दाग नहीं है। राजा वडिंग के खिलाफ भ्रष्टाचार तथा ड्रग्स मामले में लिप्त होने के संगीन आरोप लगाए थे। इसके अलावा पूर्व विधायक सुनील दत्ती ने भी इस बयान का समर्थन करते हुए राजा के खिलाफ आरोप जड़ दिए। अब दत्ती के खिलाफ हाईकमान बड़ी कार्रवाई कर सकती है। लेकिन, दत्ती के मामले में हाईकमान ने अपना रुख अभी तक स्पष्ट नहीं किया।
कयास इस बात के भी लगाए जा रहे है कि धीमान सिद्धू धड़े से आते है। उन्होंने हमेशा सिद्धू का समर्थन किया। अब देखना होगा कि क्या सिद्धू धीमान के समर्थन में पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलते है .या फिर चुप पड़ जाते है। इस बात का हर किसी को ही इंतजार रहेगा। क्योंकि सिद्धू की हमेशा ही चर्चा रही है कि वह अपने समर्थकों के लिए हमेशा डट कर खड़े हो जाते है।