स्टेट ब्यूरो. एसएनई न्यूज़. चंडीगढ़।
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के एसवाईएल गीत के बाद किसान आंदोलन के वक्त बने ट्विटर अकाउंट पर एक्शन हुआ है। भारतीय कानूनों के तहत किसान एकता मोर्चा और ट्रैक्टर टू ट्विटर अकाउंट को बैन कर दिया गया है। यह दोनों कानून केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानूनों के विरोध में बने थे। जिसके जरिए आंदोलन की अगुवाई करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा की बात डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रखी जाती थी।
किसान एकता मोर्चा के 5 लाख फॉलोअर्स
किसान एकता मोर्चा के ट्विटर अकाउंट पर करीब ५ लाख फॉलोअर्स थे। वहीं ट्रैक्टर टू ट्विटर के 44 हजार फॉलोअर थे। इन दोनों अकाउंट के जरिए किसान आंदोलन के वक्त किसानों को बदनाम करने वालों को खूब जवाब दिया गया। इसके अलावा किसानों को जागरूक भी किया जाता रहा। ट्रैक्टर टू ट्विटर के जरिए आंदोलन के वक्त हर रोज हैशटैग दिए जाते थे। जिसके जरिए डिजिटल भी कृषि कानूनों के विरोध को ट्रेंड कराया जाता था। हालांकि यह अकाउंट विदेशों में चलते रहेंगे।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
जालंधर से कांग्रेस विधायक पूर्व मंत्री परगट सिंह ने इस पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि किसानों की आवाज उठाने वाला ट्विटर अकाउंट केंद्र सरकार के कहने पर ट्विटर इंडिया ने बंद कर दिया। यह बहुत शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि यह बोलने की आजादी के खिलाफ है।
मूसेवाला के गीत पर इसलिए लगा बैन
पंजाबी सिंगर मूसेवाला के गीत को यूट्यूब पर भारत में बैन लगा दिया गया। मूसेवाला ने हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ को मिलाकर संयुक्त पंजाब की बात की थी। इसके अलावा सतलुज-यमुना लिंक नहर का पानी न देने, बंदी सिखों को रिहा करने के साथ स्ङ्घरु का काम करने वाले अफसरों को कत्ल करने वाले बलविंदर जटाणा को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया था।