एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।
पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार में खेल किट घोटाले की अब विजिलेंस जांच होगी। शिक्षा मंत्री गुरमीत मीत हेयर की सिफारिश पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विजिलेंस जांच की मंजूरी दी है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि नवंबर 2021 में पंजाब के खिलाड़ियों के खाते में 3000 रुपये ट्रांसफर किए जाने के दौरान अनियमितता बरती गईं। माना जा रहा है कि यह बड़ा घोटाला है, जिसमें कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
चन्नी सरकार ने मंजूरी दी थी
नवंबर 2021 में 8900 खिलाड़ियों को खेल किट देने की चन्नी सरकार ने मंजूरी दी थी। हर खिलाड़ी को किट के लिए 3 हजार रुपये विभाग द्वारा सीधे खाते में ट्रांसफर किए गए। यह राशि लगभग 2 करोड़ रुपये से ऊपर थी। खेल किट के लिए राशि खातों में पहुंचने के दूसरे दिन ही खेल विभाग ने खिलाड़ियों से कुछ फर्मों के नाम पर चेक और ड्राफ्ट वापस करने को कह दिया।
इसके बाद जो खेल किट खिलाड़ियों को दी गई। जांच में सामने आया कि वह गुणवत्ता के लिहाज से बेहद ही खराब थीं। यह राशि चुनाव आचार संहिता लागू होने से ठीक पहले खिलाड़ियों के खाते में ट्रांसफर की गई। इन्हीं सवालों को लेकर पूर्व सरकार घिरी हुई है।
शिक्षा मंत्री ने उठाए सवाल
आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के खेल मंत्री गुरमीत मीत हेयर ने सवाल उठाया है कि खेल किट खरीद के लिए सरकार ने निविदाएं क्यों आमंत्रित नहीं की जिससे शक होता है कि खेल किट मामले में लापरवाही बरती गई।
नहीं दिए गए लिखित आदेश
घोटाला उजागर होने के बाद विभाग की प्राथमिक जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि खिलाड़ियों से राशि वापस लेने लिखित आदेश नहीं दिए गए थे। मौखिक आदेश पर ही जिला खेल अधिकारियों के जरिए खिलाड़ियों से उनके खाते में आई रकम के चेक और ड्राफ्ट लिए गए।