चर्चा—-निज्जर हत्याकांड में गिरफ्तार 3 युवक को पकड़ना, कहीं न कहीं भारतीय चुनाव में एक पार्टी को नीचे दिखाने का ट्रूडो इरादा

विनय कोछड़.चंडीगढ़। 

आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में कनाडा पुलिस ने 3 भारतीय युवाओं को पकड़ने का दावा किया। इस बात का भी दावा किया जा रहा है कि निज्जर हत्याकांड में शामिल सभी सबूत उनकी तरफ इस बात का इशारा करते है कि इन सभी ने ही निज्जर को गोलियों से भूना था। एक तथ्य यह भी पेश किया जा रहा है कि यह सब लारेंस गैंग से जुड़े है। उधर, प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की विपक्षी पार्टियां इस बात का भी दावा कर रही है कि खालिस्तानी समुदाय को खुश करने के लिए तथा भारतीय चुनाव में एक पार्टी को नीचा दिखाने का भी बड़ा प्रयास किया जा रहा है। उनका इशारा भारतीय जनता पार्टी की तरफ है। लेकिन, कुछ जानकार यह भी मानते है कि इससे भारतीय चुनाव या फिर एक पार्टी की छवि पर बिल्कुल ही नहीं असर पड़ने वाला है। क्योंकि, भारतीय मतदाता जानता है कि कनाडा सरकार किन को खुश करने के लिए यह हथकंडे अपना रही है। प्रश्न चिन्ह इस  बात का भी खड़ा होता है कि एकदम कनाडा पुलिस को तीन हत्यारे कहां से मिल गए। क्या उनकी जांच में पहले क्यों नहीं पकड़े गए। क्या भारतीय चुनाव के दौरान यह मुद्दा कनाडा सरकार में चर्चित होने लगा है। इन सबके सवाल का जवाब शायद किसी के पास नहीं है। 

पिछले वर्ष जून माह में आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई। हत्या को अंजाम गोलियां मार कर दिया गया। सीसीटीवी कैमरा में उस समय घटना की तस्वीरें भी कैद हुई थी। लेकिन, किसी को इस हत्याकांड में पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई। ऊपर से कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूड़ो ने सदन में भारत की एक एजेंसी द्वारा उसके नागरिक की हत्या करने के लिए जिम्मेदार ठहराया था। दोनों देशों की राजनीतिक संबंध में खटास पैदा हो गया। विश्व के बड़े देश दोनों देशों को समझाने के लिए जुट गए। काफी लंबे समय उपरांत दोनों देशों ने अपने सख्त कदम को हटाना शुरू कर दिया। लेकिन, चुनाव दौरान फिर से यह मुद्दा चर्चा में आने लगा। इस बार कनाडा पुलिस ने 3 भारतीय युवाओं को गिरफ्तार कर निज्जर की हत्या में शामिल होने का दावा किया। लेकिन, कनाड़ाई विपक्षी पार्टियों ने इसे ट्रूड़ो की एक बड़ी साजिश करार दिया। उनके मुताबिक, भारतीय चुनाव में मतदाताओं का ध्यान भटकाने तथा एक पार्टी को नीचा दिखाने के लिए यह बड़ा षड्यंत्र हो सकता है।

कनाडा पुलिस के मुताबिक पकड़े गए युवकों की पहचान करणप्रीत सिंह बराड़, जिला कोटकपूरा, कमलप्रीत सिंह (जिला जालंधर), करण प्रीत सिंह (जिला गुरदासपुर)  के रूप में हुई है। 22 वर्षीय करणप्रीत सिंह बराड़ उर्फ ​​​​करण बराड़, फरीदकोट में पला बढ़ा है। 2020 में स्टडी वीजा पर कनाडा के एडमॉन्टन चला गया था। पंजाब में उसके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं है।

कमलप्रीत सिंह तीन साल पहले स्टूडेंट वीजा पर कनाडा गया था। कमल के पिता गांव के पंच हैं। गांव चक्क कलां में उनकी करीब 25 एकड़ जमीन है। साथ में पिता सतनाम सिंह आढ़त का भी काम करते हैं। कमल के घर में उसके पिता के अलावा मां सुखविंदर कौर और दादी है। 29 वर्षीय करनप्रीत सिंह की 2 बहनें भी विदेश में रहती हैं, जबकि पिता किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सर्गरम सदस्य हैं और शंभू बॉर्डर पर लगे हुए धरने में शामिल हैं।

कौन था हरदीप निज्जर, जानिए, इस खास रिपोर्ट में

हरदीप सिंह निज्जर प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का प्रमुख था। निज्जर को 2020 में भारत सरकार द्वारा आतंकवादी घोषित किया था। कनाडा ने भारत सरकार पर निज्जर की हत्या के सीधे आरोपी भारत पर लगाए थे। हालांकि भारत सरकार ने इन आरोपों को गलत ठहराया था। 

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