दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे-44, लगातार 20 घंटा से जाम—‘हरियाणा बंद’ रखने की कॉल फिलहाल वापस

एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।

हरियाणा में धान की सरकारी खरीद न होने से गुस्साए किसान 20 घंटे से कुरुक्षेत्र में दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे-44 (जीटी रोड) पर डटे हुए हैं। इस बीच भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने शनिवार को ‘हरियाणा बंद’ करने की अपनी कॉल फिलहाल वापस ले ली। उनकी ओर से दिए गए वीडियो मैसेज में फिलहाल जीटी रोड ही जाम रखने की बात कही गई है।
चढ़ूनी ने कहा कि खराब मौसम को देखते हुए हरियाणा में कहीं दूसरी जगह रोड जाम नहीं किए जाएंगे। हालांकि उन्होंने किसान नेताओं से अलर्ट रहने की अपील करते हुए कहा कि अगर किसानों को जीटी रोड से उठाने का प्रयास किया जाता है तो तुरंत ही प्रदेश भर में रोड जाम कर दिए जाएंगे।


धान खरीद शुरू कराने का अल्टीमेटम
चढ़ूनी ने हरियाणा सरकार को शनिवार से ही राज्य की मंडियों में धान खरीद शुरू कराने का अल्टीमेटम दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होने पर किसान आंदोलन तेज करने को मजबूर हो जाएंगे।
गुरनाम सिंह चढूनी ने शनिवार सुबह कहा कि कल से शाहाबाद में जीटी रोड जाम किया हुआ है। उनकी मांग है कि मंडियों में धान की खरीद शुरू की जाए। रात को बहुत ज्यादा बारिश हुई है। किसान इतनी भयंकर बारिश व तूफान में भी जीटी रोड पर जमे हुए हैं। हम इसके लिए सभी किसान साथियों का धन्यवाद करना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि मौसम खराब को देखते हुए हमारा हरियाणा वासियों से फिलहाल अनुरोध है कि हरियाणा में सभी रोड बंद करने की जो कॉल कल दी थी, उस पर अभी कुछ न करें। अभी केवल शाहाबाद में ही रोड जाम रहेगा।


खराब मौसम के चलते रोड जाम का ऐलान वापस
पुलिस जीटी रोड जाम किए बैठे किसानों पर एक्शन लेती है तो इसके बाद जो भी संदेश दिया जाए, उस पर तुरंत कार्रवाई करें। लेकिन अगर प्रशासन शाहाबाद में जमे किसानों के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं करता है, तब तक हरियाणा में रोड जाम नहीं करने हैं। मौसम खराब है और ऐसे में जगह जगह टेंट लगाना और धरने देने में समस्या आएगी।


जीटी रोड पर डटे किसान
बता दें कि किसान धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में शुक्रवार से ही जाम लगाए बैठे हैं। बारिश के बीच रात भी किसानों ने जीटी रोड पर ही गुजारी है। हाईवे को जाम किए हुए करीब 20 घंटे हो गए हैं। प्रशासन के साथ उनकी शुक्रवार शाम तक 6 मीटिंग हो चुकी हैं, लेकिन धान की सरकारी खरीद को लेकर कोई भी हल अभी तक नहीं निकला। वहीं भारी पुलिस बल भी मौके पर तैनात है। रात को सूचना मिली कि पुलिस ने किसान नेताओं की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी।

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