वरिष्ठ पत्रकार विजय शर्मा.नितिन धवन.अमृतसर चंडीगढ़।
नियमों को ताक पर रखकर अपने कार्यकाल में पूर्व नगर सुधार ट्रस्ट अमृतसर के चेयरमैन दिनेश बस्सी को विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया। बस्सी के अधिवक्ता साथी सहित कुल तीन गिरफ्तारी हुई। इस बात की पुष्टि विजिलेंस विभाग ने कर दी हैं। उन्होंने बताया कि तीनों की गिरफ्तारी अमृतसर से हुई। अदालत में पेश कर रिमांड हासिल की जा सकती हैं। बस्सी के आवास से नियमों को ताक पर रखकर एक संपत्ति को खरीदने एवं 14 अन्य फाइल बरामद की गई। इन सब दस्तावेज को विजिलेंस ने अपने कब्जे में ले लिया। दावा किया जा रहा है कि इस केस से संबंधित कई रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा हैं। बड़ा खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही हैं। बस्सी पूर्व सीएम कैप्टन एवं वर्तमान में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष राजा वडिंग के बेहद करीबी हैं। इस मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई। चर्चा , इस बात की शुरू हो गई है कि जानबूझकर आप कांग्रेसियों को अपना शिकार बना रही हैं।
दो दिन पहले पंजाब पुलिस महानिदेशक गौरव यादव नियुक्त हुए है। उन्होंने आते ही भ्रष्टाचार के खिलाफ नकेल कस दी हैं। उन्होंने आप सरकार का भ्रष्टाचार के खिलाफ नारे का संदेश देते हुए, भ्रष्टाचारियों को पकड़ने का काम शुरु कर दिया। बस्सी की गिरफ्तारी उपरांत, इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि कांग्रेस के कई नेता इस केस के संबंध में आने वाले दिनों में गिरफ्तार होने वाले हैं। क्योंकि, सदन सीएम मान ने पहले ही इस बात के संकेत दे दिए थे कि वह आने वाले दिनों में पिछले समय किए गए भ्रष्टाचार करने वाले नेताओं तथा मंत्रियों खिलाफ फाइल खोलने जा रहे हैं। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
क्या है पूरा प्रकरण
दरअसल, कांग्रेस कार्यकाल में अमृतसर नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन दिनेश बस्सी ने नियमों को ताक पर रखते हुए रंजीत ऐवन्यू में स्थित कोठी को सरकारी दाम से कम मूल्य पर खरीद लिया। इसमें उनका साथ एक अधिवक्ता सहित कुल तीन ने दिया। सरासर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया गया। विजिलेंस ने इस मामले संबंधी शिकायत की जांच की तो उसमें बड़ा घोटाला सामने आया। इसलिए, बस्सी सहित कुल तीन को गिरफ्तार कर लिया गया।