वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
पंचायतें भंग करने के फैसले पर मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने फाइल पर खुद अपने-अपने हस्ताक्षर किए थे। इस बात का प्रमाण पेश करते हुए पूर्व मंत्री तथा शिअद नेता बिक्रम मजीठिया ने एक्स पर दस्तावेज सांझा किए। उन्होंने साफतौर पर कहा कि इस फैसले के लिए आईपीएस अधिकारी नहीं, बल्कि, सीएम-मंत्री जिम्मेंदारी है, इसलिए, इन दोनों को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
1 दिन पूर्व राज्य सरकार ने पंचायत भंग करने के फैसले पर 2 आईपीएस अधिकारियों को जिम्मेंदार ठहराते हुए, उन्हें निलंबित कर दिया था। इसके उपरांत मामले पर राजनीति शुरु हो गई। विपक्षी नेता प्रताप सिंह बाजवा ने बयान जारी करते हुए लोकतंत्र की जीत बताया था तथा आप सरकार को इस मामले पर घेरते हुए सीएम को गलत ठहराया था।
शुक्रवार को बिक्रम मजीठिया ने 2 आईपीएस अधिकारियों के निलंबन को गलत ठहराते हुए, सीएम भगवंत मान तथा परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर को मामले का जिम्मेंदार बताया। उन्होंने कहा कि 10 अगस्त को इस फाइल पर दोनों ने हस्ताक्षर किए। दोनों को अरविंद केजरीवाल द्वारा बर्खास्त कर देना चाहिए।