वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।

गिद्दड़बाहा से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के बीच फिर से जुबानी जंग छिड़ गई है। अमरिंदर सिंह राजा वडिंग पिछले साल लुधियाना से सांसद चुने जाने से पहले 3 बार गिद्दड़बाहा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
डिंपी ने गुरुवार को सार्वजनिक रूप से स्थानीय कांग्रेस के नेतृत्व वाली नगर परिषद पर राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण शहर में विकास परियोजनाओं को जानबूझकर रोकने का आरोप लगाया। डिंपी ने कहा, ‘मैं नगर परिषद अध्यक्ष के पास गया और उनसे राजनीतिक द्वेष को जन कल्याण पर असर न पड़ने देने के लिए कहा। मैंने उनसे शिलान्यास का श्रेय लेने के लिए भी कहा। लेकिन उन्होंने जवाब दिया कि वह राजा वडिंग के निर्देश पर ही काम करेंगे। नतीजतन, 6 महीने बर्बाद हो गए। अन्यथा, अब तक सड़कें बन गई होतीं। मैं अब वैकल्पिक व्यवस्था करने की कोशिश कर रहा हूं।’
शुक्रवार को आरोपों का जवाब देते हुए राजा वडिंग ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने फेसबुक पर लाइव होते हुए कहा, “वे (आप नेता) 12 साल बनाम 2.5 साल की बात करते हैं और नारे लगाते हैं, लेकिन गिद्दड़बाहा के लोग जमीनी हकीकत जानते हैं। आप नेता बहाने बनाते रहते हैं। मुख्यमंत्री उनका है, सरकार उनकी है – फिर बहाने क्यों?
गिद्दड़बाहा नगर परिषद से संबंधित कार्यों के लिए एक प्रस्ताव की आवश्यकता होती है, जिसमें सभी एमसी सदस्यों और परिषद अध्यक्ष के साथ परामर्श शामिल होता है। अगर इस प्रक्रिया को दरकिनार कर दिया जाता है, तो कोई भी काम कैसे उचित हो सकता है?” वडिंग ने पहले से घोषित कई परियोजनाओं की स्थिति पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “मालवा नहर के काम और 15 दिन के सीवरेज के वादों का क्या हुआ? अगर मैं गलत नहीं हूं, तो उपचुनाव के बाद गिद्दड़बाहा शहर के कामों के लिए केवल 70 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। सीएम को किए गए वादों को पूरा करना चाहिए, फंड जारी करना चाहिए और स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय करके काम करना चाहिए।”