पत्रकारों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं अमरिंदर सिंह

एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।

सच्चाई की आवाज को बुलंद करने वालों के लिए डाल का काम करने वाले अमरिंदर सिंह पत्रकारों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं हैं। शहीद भगत सिंह की सदैव सोच रखने वाले अमरिंदर सिंह ने बचपन से लेकर वर्तमान तक संघर्ष ही किया। रास्तों पर जितने भी कांटे आए, उन्हें बारी-बारी पार कर एक सफल इंसान की मिसाल पैदा की। सच्चाई शरीर के हर भाग में कूट-कूट कर भरी हैं। कभी झूठ को अपने इर्द-गिर्द नहीं घूमने दिया। किसी का भयं तक नहीं पनपने दिया। सिर्फ डटकर मुकाबला कर, हर चुनौती को पार किया। जिंदगी में संघर्ष कर अपने गंतव्य तक पहुंचने में कई बाधाएं पारकर सफलता हासिल की। 

साधारण परिवार में जन्म लेने वाले अमरिंदर सिंह बचपन से ही समाज को अपने आपको समर्पित करने का ठान लिया था। शिक्षा ग्रहण करने के साथ किसी मजबूर इंसान के साथ धक्का होता देख, बिल्कुल सहन नहीं किया। उसके लिए लड़ाई लड़ी तथा उसे इंसाफ भी दिलाया। पत्रकारिता की लाइन में पांव रखकर, मन में एक ही इच्छा रखी की कि समाज में बुराई के खिलाफ आवाज उठानी हैं तथा अपनी कलम के दम पर कुछ  सुधार करना हैं। इसके लिए कई खबरें तथा संपादकीय प्रकाशित कर दुनिया के सामने सच्चाई को जाहिर किया। कई बार धमकियां मिली, लेकिन कलम को थमने नहीं दिया। बल्कि, उसे निरंतर चलाते रहें। रसूख रखने वालों ने इनके लिए खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कराने का हरसंभव प्रयास किया। कहते है कि सच्चाई की हमेशा ही जीत होती है, ऐसा हुआ भी। अदालत से , इन्हें जीत हासिल हुई तथा बुराई के मुंह पर जोर से तमाचा लगा। 

वर्ष 2014 से चला रहे अपना खुद के दायरे को इतना स्टैंड कर दिया है कि उनकी खबरें तो देश के हर कोने में पढ़ी जाने लगी हैं। इसके साथ ही पत्रकारों की आवाज को बुलंद करने के लिए शहीद भगत सिंह प्रेस एसोसिएशन  (रजि.) गठित की। गुरु नगरी अमृतसर से शुरुआत की। अब पंजाब से लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक संगठन मजबूत हो चुका हैं। कई पत्रकारों को यूनियन के माध्यम से इंसाफ दिलाया। इसमें चेयरमैन अमरिंदर सिंह की अहम भूमिका रही। हर कोई उनकी जांबाजी को सलाम करता हैं। प्रशंसा की बड़ी बात यह एक कि पंजाब की वर्तमान आप सरकार ने संगठन के हर जिला में एक कार्यालय खुलवाने का वादा किया। पहला कार्यालय पंजाब के जिला फिरोजपुर के अधीन विधानसभा क्षेत्र गुरुहरसहाय में खोल दिया गया। इन सबके पीछे चेयरमैन अमरिंदर सिंह की अहम भूमिका रही हैं। 

मरते दम तक संघर्ष का लिया प्रण

चेयरमैन अमरिंदर सिंह ने पत्रकारों के संघर्ष के लिए अपनी जिंदगी को समर्पित कर दिया हैं। उन्होंने प्रण लिया है कि वह मरते दम तक अपना संघर्ष जारी रखेंगे। उनका मानना है कि हर पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर एक खबर करता हैं, मगर, उसे अपना हक नहीं मिल पाता हैं। मामूली सी पगार लेकर परिवार का पालन पोषण करना काफी मुश्किल होता हैं। इसके लिए यूनियन एक खाका तैयार कर रही है कि पत्रकार को प्रतिमाह पगार अच्छी मिल सकें। सरकार की तरफ से उसे हर सुविधा मिले, इसके लिए संघर्ष करने का एक रोडमैप तैयार किया जा रहा हैं। 

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