सुनील सेन.फाजिल्का।
पंजाब की आप सरकार के शासनकाल में अभी भी सरकारी बाबू रिश्वत लेकर काम करने से बाज नहीं आ रहे हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो कईयों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर चुकी हैं। इसके बावजूद सुधार नहीं हो पा रहा हैं। ताजा मामला पंजाब के फाजिल्का क्षेत्र से जुड़ा हैं। फोन रिकॉर्डिंग में 2 हजार रिश्वत मांगने वाला क्लर्क सुखविंदर सिंह विजिलेंस ब्यूरो की जांच में फंस गया। इतना ही नहीं, गूगल पे से तो उसका गुनाह भी साबित हो गया। आरोपी सुखविंदर सिंह पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया।
विजिलेंस ब्यूरो (वीबी) के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता अंकुर गोयल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर जांच रिपोर्ट तैयार होने के बाद आरोपी सुखविंदर सिंह पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी ऑनलाइन शिकायत में आरोप लगाया है कि उनकी दादी शकुंतला देवी एक चपरासी के रूप में शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हुई थीं। उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद विभाग द्वारा अब तक उनकी (दादी) पेंशन जारी नहीं की गई है।
इस संबंध में उक्त लिपिक सुखविंदर सिंह ने पेंशन मामले की स्वीकृति के संबंध में एलए व उप डीईओ के नाम दो हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई। शिकायतकर्ता ने फोन पर पूरी बातचीत रिकॉर्ड कर ली और उक्त आरोपी के मोबाइल नंबर पर गूगल पे पर रिश्वत की राशि का भुगतान कर दिया।