एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान महापंचायत की जाएगी। हालांकि इससे हरियाणा के भाकियू चढूनी गुट और पंजाब की 31 संगठनों ने दूरी बना ली है। वहीं, किसानों का दिल्ली प्रवेश रोकने के लिए टिकरी बॉर्डर पर पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया है। यहां लोहे और सीमेंट के बेरिकेड्स लगाए गए हैं। चार थानों की पुलिस यहां से गुजरने वाले वाहनों पर नजर रख रही है। इस मामले में रविवार को हरियाणा और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बैठक की।
यह है प्रमुख मांग
दिल्ली में होने वाली महापंचायत में लखीमपुर खीरी के पीड़ित किसानों को इंसाफ, बिजली बिल 2022 रद्द करने, गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने, चीनी मिल से गन्ने का बकाया भुगतान करने सहित अन्य मांगों पर विचार किया जाएगा। इसके बाद किसान राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने जाएंगे। किसान नेताओं का कहना है कि करीब एक साल तक कुंडली बॉर्डर पर चले किसान आंदोलन को समाप्त करते हुए सरकार ने जल्द ही उनकी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक कोई कदम नहीं उठाया गया। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने बताया कि यूनियन के बैनर तले किसान 25 व 26 अगस्त को करनाल स्थित मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना देंगे पर आज की महापंचायत में भाग लेने दिल्ली के जंतर-मंतर नहीं जाएंगे।
दिल्ली पुलिस ने लगाया नाका तो लग सकता है जाम
कुंडली बॉर्डर क्षेत्र में निर्माण के चलते अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। ऐसे में दिल्ली में किसानों की महापंचायत के दौरान जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर पर नाका लगाकर वाहनों की जांच कर आगे जाने दिया तो कुंडली क्षेत्र में जाम की स्थिति बन सकती है। ऐसे में कुंडली पुलिस को मशक्कत करनी पड़ रही है।