एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।
24-24 घंटा पंजाब पुलिस की ड्यूटी तथा बिना व्यायाम की वजह से पंजाब पुलिस के अधिकारियों तथा मुलाजिमों की तोंद बढ़ जाना एक प्रकार से बड़ी चिंता का विषय है। एक आंकड़े के मुताबिक, पंजाब पुलिस के 80 फीसद कर्मचारी तथा 60 फीसद बड़े अधिकारियों की तोंद काफी बढ़ी है। अब चर्चा इस बात की भी चल पड़ी है कि इनके लिए सुबह का व्यायाम अति आवश्यक है। यह सब संभव तभी हो पाएगा, जब इनकी ड्यूटी में थोड़ा-बहुत बदलाव होगा। समस्या, इस बात की भी है कि पंजाब पुलिस में मुलाजिमों की संख्या औसत से कम है। लंबे समय से भर्ती नहीं होने की असल वजह बताई जा रही है। बड़ी संख्या में पुलिस मुलाजिम अपनी ड्यूटी पूरी कर सेवानिवृत्त हो चुके है।
पंजाब की सत्ता तो जरुर बदल चुकी है। आप सरकार के मुख्यमंत्री ने कैबिनेट में बड़ा ऐलान करते हुए पंजाब पुलिस में नई भर्ती की अगली राह दिखा दी। अब देखना होगा कि इस फैसले से पंजाब पुलिस के मुलाजिमों की तोंद की समस्या वाक्य ही में कम हो पाती है या फिर इसी प्रकार से बरकरार रहती है। स्वास्थ्य से जुड़े विशेषज्ञों की बात मानी जाए तो उनके मुताबिक, पुलिस मुलाजिमों की लंबी ड्यूटी तथा प्रतिदिन व्यायाम नहीं होने की वजह से ही पुलिस मुलाजिमों की तोंद बढ़ना है।
इतना ही नहीं, आंकड़े यह भी सामने आए है कि कई पुलिस मुलाजिम अपनी ड्यूटी के दबाव की वजह से दिमागी बीमारियों से भी ग्रस्त हो चुके है। उनका इलाज चल रहा है। सबसे बड़ी विडंबना इस बात की है कि पुलिस फोर्स एक अनुशासन का बड़ा हिस्सा कहलाया जाता है। किसी के समक्ष अपने भीतर की समस्या को उजागर नहीं कर सकता है। इतना जरूर है कि वह सरकार या अपने उच्च अधिकारियों के समक्ष मांग कर सकता है।
पहल इस बात की होनी अति आवश्यक है कि सरकार के निर्देश पर विभाग अपने मुलाजिमों तथा अधिकारियों का खास ध्यान रखने के लिए उनकी तोंद को नियंत्रित करने के लिए व्यायाम जैसी व्यवस्था का प्रावधान निकाले। ऐसा होने से यह संभव है कि पंजाब पुलिस की तोंद तथा शारीरिक तौर पर काफी मजबूत होगा। देश की सेना की ड्यूटी के साथ-साथ प्रतिदिन सुबह व्यायाम भी कराया जाता है। इसलिए वे हमेशा ही तंदुरुस्त रहते है। पंजाब पुलिस में भी सरकार तथा विभाग को अपने अधिकारियों एवं मुलाजिमों के स्वास्थ्य का खास ध्यान रखते हुए इस प्रकार के उचित कदम उठाना होगा।
कई नशे में हो चुके लिप्त
कुछ समय पूर्व पंजाब पुलिस सिर्फ तो सिर्फ शराब तक ही सीमित थी। समय बदलता गया तो पुलिस मुलाजिम बड़े नशे की ग्रस्त में आ गए। कईयों की नशा करते सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हुई। विभाग ने सख्त कदम उठाते हुए ड्युटी से निलंबित भी किया। मगर सवाल उठता है कि ऐसा करने से क्या विभाग में सुधार आ गया। नहीं, इसके लिए नीति में बदलाव होना अति जरूरी है। पुलिस में विभाग में तैनात कर्मियों तथा अधिकारियों के प्रति नीति में बदलाव किया जाए तो शायद इतनी बड़ी समस्या का समाधान निकल सकता है। एक हैरान करने वाले आंकड़े ने सब की नींद को हराम कर दिया है, पता चला है कि पंजाब पुलिस के 20 फीसद मुलाजिम गंभीर नशे की ग्रस्त में आ चुके है।