वरिष्ठ पत्रकार.अमृतसर/चंडीगढ़।
बाबा साहेब आंबेडकर मामले में एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ। पता चला है कि कथित अपराधी पीछे से मोगा का रहने वाला है। पिछले 4 माह से अमृतसर में एक किराए के मकान में रह रहा है। उससे पहले वह दुबई रहता था। सूत्रों से इस बात का भी पता चला है कि यह साजिश में उसके साथ कोई अन्य भी शामिल था। किस के इशारे पर इतनी वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल, पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया। मानसिक रोगी होने की फिलहाल कोई बात सामने तो नहीं आई। लेकिन, चर्चा इस बात की भी चल रही है कि वह दिमागी तौर पर परेशान है। लेकिन, इस बात की अभी तक पुलिस ने कोई किसी प्रकार से पुष्टि नहीं की। उधर, इस मामले को लेकर पूरे पंजाब में धरने प्रदर्शन के अलावा बाजार बंद रहने की बात भी सामने आई। कई जगह पर पता चला है कि दुकानों की तोड़फोड़ भी हुई।
26 जनवरी की बाद दोपहर अमृतसर के टाउन हॉल क्षेत्र में भीम राव आंबेडकर साहब की प्रतिमा को आकाश नामक एक व्यक्ति थोड़े से प्रतिमा को तोड़ना आरंभ कर देता है फिर इतना ही नहीं किताब की प्रांतियो को आग लगा देता है। पास में खड़े लोग उसकी वीडियो बना लेते है। इतने में कुछ युवक उसको पकड़ लेते है तथा उस पर थप्पड़ भी जड़ दिए जाते है। पुलिस को पता चलता है तो उसे हिरासत में ले लिया जाता है। उसके खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया गया।
घटना शर्मसार होने की वजह से प्रदेश की राजनीति गरमा जाती है। हर राजनीतिक पार्टी के बड़े नेता इस पर अपना-अपना बयान जारी कर देते है। उधर, इस घटना को लेकर अपराधी का परिवार सामने आया है। मोगा का रहने वाला आकाश का परिवार काफी गरीब बताया जा रहा है। वह 3 भाई बहन है। एक बहन मस्कट में रहती है, जबकि, खुद दुबई से चार साल बाद वापस लौटा है। पता चला है कि परिवार के साथ अपराधी को पिछले लंबे समय से कोई नाता नहीं है। उधर, पुलिस इस मामले को लेकर हर पहलू पर जांच कर रही है। सूत्रों से पता चला है कि इस साजिश में अन्य भी कोई शामिल था। पुलिस उसको भी कभी भी पकड़ सकती है। फिलहाल, पहचान को गुप्त रखा गया है।