चार हजार सैकड़ा बिक रही रेत…भुखमरी के कगार पर पंजाबी
एसएनई नेटवर्क.अमृतसर चंडीगढ़।
चाहे, नवजोत सिंह के खिलाफ हाईकमान ने अनुशासन कमेटी में कार्रवाई करने के लिए शिकायत कर रखी है, जबकि, सच्चाई यह है कि सिद्धू ही कांग्रेस के एक ऐसे नेता है जो आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल कर , उन्हें किसी न किसी मुद्दे पर घेर ही लेते है। सिद्धू की तेजतर्रार गतिविधियों को लेकर , उनके खिलाफ चलने वाले नेताओं को पसंद नहीं आ रहा है, इसलिए वे लोग हाईकमान के समक्ष, सिद्धू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को लेकर लामबंद है।
मंगलवार अचानक पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर के जहाजगढ़ क्षेत्र में पहुंच गए। उनके बटाला विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक तथा कैबिनेट मंत्री अश्विनी सेखड़ी एवं भारी मात्रा में उनके समर्थक थे। उन्होंने कहा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद रेत माफिया मजबूत होकर उभरा है। अरविंद केजरीवाल ने तो झूठ बोलने के मामले में सुखबीर बादल को भी पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि हमेशा ही देखने में आया है कि अमृतसर के जीटी रोड पर स्थित जहाजगढ़ में रेत से भरी ट्रॉलियां खड़ी रहती हैं। यहीं से रेत का कारोबार होता है। बड़ी दुख एवं चिंता की बात है कि आप नेतृत्व वाली सरकार के शासन काल में सबसे अधिक रेत का रेट चार हजार रुपये प्रति सैकड़ा हो चुका है। लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।
केजरीवाल को घेरा
सिद्धू ने केजरीवाल को घेरते हुए पूछा कि कहां हैं 20 हजार करोड़ रुपये, जो अलग-अलग योजनाओं के तहत पंजाब सरकार के पास आने थे? इसके विपरीत पंजाब में सरकार बनने के बाद सात हजार करोड़ रुपये का कर्ज चढ़ गया है। बिजली के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि 600 यूनिट बिजली प्रति दो माह हर वर्ग के लोगों को दिए जाने की बात कही गई थी, जो सत्ता हाथ में आने के बाद सिर्फ एक किलोवाट तक की क्षमता वाले मीटर उपभोक्ताओं के लिए कर दी गई है। केजरीवाल ने झूठ बोलकर पंजाब में सत्ता हासिल की और अब इसके सहारे हिमाचल प्रदेश और गुजरात में भी झूठा मॉडल बताकर सरकार बनाने का सपना देख रहे हैं।
रेत की बढ़िया आपूर्ति चरणजीत सिंह चन्नी के 111 दिन के कार्यकाल में रही
रेत-बजरी एसोसिएशन के दुकानदारों से बातचीत करते हुए सिद्धू ने कहा कि वह नई सरकार बनने के बाद दो बार यहां आ चुके हैं। एसोसिएशन के महासचिव सिमरनजीत सिंह का कहना है कि रेत की बढ़िया आपूर्ति चरणजीत सिंह चन्नी के 111 दिन के कार्यकाल में रही। जब डीसी की ओर से उन्हें बुलाकर अपनी देखरेख में खनन करवाया जाता था। उन्होंने पंजाब सरकार से अपील की है कि जब तक रेत संबंधी कोई पॉलिसी नहीं बनाई जाती, तब तक इसकी आपूर्ति को दुरुस्त किया जाए।