राज्य ब्यूरो.एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।
पंजाब पुलिस निदेशक वीके भावरा जल्द छुट्टी पर जाएंगे। वह केंद्रीय डेपुटेशन पर जाने के लिए पंजाब सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिख चुके हैं। केंद्र से मंजूरी मिलने तक वह 2 महीने की छुट्टी पर रह सकते हैं। भावरा हटाए गए तो पिछले 6 महीने में पंजाब के चौथे डीजीपी बदले जाएंगे। गैंगस्टर्स के खतरे समेत लॉ एंड ऑर्डर की चुनौती से जूझते पंजाब में इससे हालात पर चिंता बढ़ रही है। इसमें जल्द किसी डीजीपी को भावरा का चार्ज सौंपा जा सकता है।

पंजाब के नए डीजीपी के लिए अब 4 नाम चर्चा में हैं। जिनमें गौरव यादव, हरप्रीत सिद्धू, शरद सत्य चौहान और संजीव कालड़ा शामिल हैं। इनमें गौरव यादव और हरप्रीत सिद्धू अहम हैं। गौरव यादव को ष्टरू भगवंत मान ने अपना स्पेशल प्रिंसिपल सेक्रेटरी लगाया था। वहीं हरप्रीत सिद्धू स्पेशल टास्क फोर्स के चीफ हैं और हाल ही में उन्हें पंजाब की जेलों की बड़ी जिम्मेदारी भी सौंपी गई।
वीके भावरा को पिछली कांग्रेस सरकार ने डीजीपी लगाया था। आम आदमी पार्टी (आप) सरकार बनने के बाद उन्हें हटाया नहीं गया। हालांकि इसके बाद पंजाब में लगातार मर्डर से सवाल उठने लगे। खासकर, पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या ने पुलिस की कमजोरी उजागर कर दी। इससे पहले मोहाली स्थित पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर रॉकेट अटैक से खाकी पहले ही सवालों में थी। फिर आप को संगरूर चुनाव में हार मिली तो भावरा को बदलने की तैयारी शुरू हो गई।
बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के सीएम रहते दिनकर गुप्ता डीजीपी थे। कैप्टन को हटाया गया तो दिनकर गुप्ता भी छुट्टी पर चले गए। इसके बाद मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने इकबाल प्रीत सहोता को डीजीपी लगा दिया। जिसके खिलाफ कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने मोर्चा खोल दिया। जिसके बाद सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को डीजीपी लगा दिया गया। हालांकि चुनाव नजदीक आते ही वीके भावरा को डीजीपी बना दिया गया।