वरिष्ठ पत्रकार.होशियारपुर।
सिर्फ 1 मरले का मकान, छत टिन की निर्मित उजाले के लिए खाली एक बल्ब….फिर भी आ गया 35 हजार पार का बिजली बिल। परिवार में विधवा के साथ-साथ 2 छोटे बच्चे एवं बूढ़ी सास है। मामला, जुड़ा है पंजाब के होशियारपुर के एक क्षेत्र से। जनता पूछे जवाब, सीएम मान साहब, आपने तो बिजली का 300 यूनिट प्रतिमाह बिल फ्री कर रखा है तो एक बल्ब जलाने वाले का इतना मोटा बिल कैसे आ गया। महिला कई बार विभाग के उच्च अधिकारियों से शिकायत देकर रहम की भीख तक मांग चुकी है, लेकिन मामला किसी ने नहीं सुलझाया। आखिरकार पीड़ित महिला उपभोक्ता को मीडिया का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होना पड़ा। एक उम्मीद लेकर पहुंची पीड़ित महिला फिर भी सरकार से इस बात के लिए गुहार लगाती रही कि मेरा बिल जल्द से जल्द ठीक किया जाए।
सुमन एक गरीब परिवार से संबंध रखती है। पति का कुछ समय पहले देहांत हो चुका है। 2 छोटे बच्चे सहित एक बूढ़ी सास उनके साथ रहती है। बड़ी मुश्किल से मजदूरी कर घर तथा परिवार का पालन-पोषण करती है। कुछ समय पहले महिला का बिल 10 हजार पार आया। विभागीय कार्यालय पहुंची तो अधिकारियों ने उसे बिल उतारने की सलाह दी। किसी ने कोई मदद नहीं की। बड़ी मुश्किल से ब्याज पर पैसा लेकर बिल उतारा। सोचा था कि इस समस्या से निदान मिल जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
पिछले माह महिला का बिल 35 हजार पार आ गया। बिल देख दंग रह गई। घर में तो सिर्फ एक बल्ब ही जलता है। अपनी समस्या लेकर स्थानीय पार्षद के पास पहुंची तो उन्होंने कहा कि मामला विभाग से जुड़ा है, इसलिए वह आपकी इस मामले में कोई मदद नहीं कर सकता है। विभाग के कई उच्च अधिकारियों से मुलाकात कर लिखित में शिकायत दे चुकी है। अभी तक समस्या का कोई निदान नहीं निकल पाया। परेशान महिला ने अब सीएम मान से गुहार लगाई है कि वे उनकी समस्या में हस्तक्षेप कर मदद करें। अपने किए गरीबों के साथ वादे को पूरा करें।
उधर, विभाग के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि मामला उनके पास नहीं पहुंचा है। फिर भी कोई समस्या महिला को होती है तो वह अवश्य उसका हल निकाल लेंगे। बड़ी बात देखना होगा कि समस्या तकनीकी क्षेत्र से जुड़ी है या फिर अन्य कारण है। हर पहलू पर समस्या का हल किया जाएगा।