वरिष्ठ पत्रकार विजय शर्मा.चंडीगढ़।
प्रदेश में बढ़ती गैंगस्टर्स की गतिविधियों और कानून-व्यवस्था को लेकर उठते सवालों के चलते पंजाब सरकार विभिन्न सरकारी इमारतों की सिक्योरिटी का रिव्यू करने में जुट गई है। इस सिक्योरिटी में यह देखा जा रहा है कि कहीं कोई सुरक्षा में खामी तो नहीं है। इस रिव्यू के बाद सरकार की विभिन्न इमारतों की सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जा रहे हैं।
इस रिव्यू में उन भवनों का विशेष ध्यान रखा जाएगा, जहां लोगों का आना जाना अधिक है। विशेषकर सभी जिलों के सिविल सचिवालयों पर विशेष सतर्कता के तहत चौकसी बढ़ाई जाएगी। आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के बाद अप्रैल में ही मोहाली स्थित इंटेलिजेंस की बिल्डिंग पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें आतंकियों ने आरपीजी का इस्तेमाल किया था, हालांकि इस हमले में जानी नुकसान तो नहीं हुआ था, लेकिन आतंकियों के बढ़ते हौसलों ने पंजाब पुलिस और इंटेलिजेंस की सुरक्षा व्यवस्था को बड़ी चुनौती दी थी।
इसे लेकर प्रदेश के विपक्षी दलों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा था। इसलिए अब सरकार विभिन्न भवनों-इमारतों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए रिव्यू में जुटी हुई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना के मद्देनजर सुरक्षा के ठोस कदम उठाए जा सकें।
डीसी-एसएसपी ऑफिस, पुलिस हेडक्वार्टर, सचिवालय समेत आवाजाही वाले स्थानों को लेकर सरकार सतर्क
डीसी ऑफिसर, एसएसपी ऑफिसर, पुलिस हेडक्वार्टर्स, सिविल सचिवालय, बड़े पब्लिक से संबंधित ऑफिसों और विभिन्न भवन जहां लोगों की आवाजाही अधिक है, उन इमारतों की सुरक्षा सरकार ने बढ़ाने के आदेश पुलिस को दिए हैं। इसके साथ ही विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर गश्त बढ़ाने के भी आदेश दिए हैं। बिल्डिंगों की सिक्योरिटी को चार कैटिगरी के बांटकर तैनात किया जाएगा। विभिन्न जिलों की बिल्डिंग्स को इन कैटेगिरीज में डिवाइड किया जाएगा। यहां आवश्यकतानुसार मैटल डिक्टेक्टरों की संख्या में बढ़ोती की जाएगी।
इसलिए सरकार अलर्ट, क्योंकि कई घटनाएं हो चुकीं
मोहाली के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर आतंकियों ने आरपीजी से हमला किया था, हालांकि जानी नुकसान नहीं हुआ था।
सिद्धू मूसेवाला की गैंगस्टरों ने हत्या की, लाॅरेंस बिश्नोई के गैंग ने ली जिम्मेदारी, विदेश में बैठकर रची गई थी साजिश।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के नाम पर फिरौती मांगने की घटनाओं का बहुत तेजी से बढ़ना।
पंजाब के कई जिलों में सरकारी इमारतों के बाहर खालिस्तान जिंदाबाद लिखने की घटनाएं बढ़ीं।
अति संवेदनशील स्थानों पर पेट्रोलिंग और पीसीआर वैन्स की संख्या बढ़ाएगी सरकार
पंजाब सरकार ने पुलिस को खालिस्तान समर्थकों की लिस्ट बनाने के आदेश भी पुलिस प्रशासन को दिए हैं। इनमें उन लोगों पर भी नजर रखने के लिए कहा गया है। गत दिनों में कई बार सरकारी, धार्मिक संस्थानों के दीवारों पर खालिस्तान से संबंधित अलग-अलग स्लोगन लिखे गए हैं।
ऐसे शरारती तत्वों पर पुलिस ने बनती कार्रवाई भी की है। महत्वपूर्ण व अति संवेदनशील स्थानों पर पेट्रोलिंग बढ़ाने और पीसीआर वैन्स की संख्या भी बढ़ाने पर भी सरकार कर विचार रही है। ताकि किसी भी शिकायत पर पुलिस तुरंत कार्रवाई कर सके।
सरकारी बिल्डिंग को ए, बी, सी और डी कैटेगरी में बांटेगी
ए कैटेगरी : पुलिस, इंटेलिजेंस मुख्यालय, डीसी और एसएसपी ऑफिस शामिल किए जाएंगे।
बी कैटेगरी : सब ऑफिस, पुलिस प्रशासन, सीआईडी, इंटेलिजेंस के ऑफिसों की इमारतें रखी।
सी कैटेगरी : डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर और विभिन्न भवन जहां पब्लिक डीलिंग हैं, शामिल किए जाएंगे।
डी कैटैगिरी : विभिन्न सार्वजनिक स्थानों को शामिल किया जाएगा।
कहां किसकी तैनाती
ए, बी और सी कैटेगरी -आर्म्ड बटालियन, पीएपपी, आईआरबी, कमांडो बटालियन
डी कैटेगिरी -पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। थानों की जिम्मेदारी रहेगी।