ईडी की रडार पर कई निवर्तमान मंत्री-विधायक, उच्च अधिकारी तथा चन्नी परिवार के रिश्तेदार
अब तक ईडी 10 करोड़ रुपए नकदी बरामद कर चुकी…कई अवैध संपत्तियों के दस्तावेज भी बरामद
अवैध रेत खनन से लेकर अधिकारियों के स्थानांतरण से इकट्ठा की खूब सारी काली कमाई
एसएनई न्यूज़ की स्पेशल रिपोर्ट.चंडीगढ़।
निवर्तमान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के 111 कार्यकाल दौरान प्रांत में विकास परियोजनाओं का दावा किया जा रहा है, जबकि, इन विकास परियोजनाओं पर विराम उस वक्त लग जाता है, जब ईडी की गिरफ्त में आए चन्नी के भांजे भूपिंदर सिंह द्वारा बड़ा खुलासा करते हुए कहा जाता है कि सीएम चन्नी के नाम का प्रयोग कर पंजाब के बड़े-बड़े अधिकारियों के स्थानांतरण के नाम पर 325 करोड़ रुपए लेने की बात को कबूला जाता है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा शुक्रवार भूपिंदर सिंह हन्नी को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने ईडी के अधिवक्ता लोकेश नारंग की दलील सुनने के उपरांत, हन्नी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इससे पूर्व हन्नी को ईडी ने सवाल-जवाब के लिए अपने कार्यालय बुलाया था। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के उपरांत उसे हिरासत में ले लिया गया।
दो बार ईडी की हिरासत में हन्नी ने कबूला की कि सीएम चन्नी के नाम का प्रयोग कर कई अधिकारियों के स्थानांतरण करने के रूप में 325 करोड़ रुपए लिया गया। प्रांत के कौन-कौन अधिकारी है, फिलहाल , इस बात का खुलासा नहीं हो पाया। बताया जा रहा है कि ईडी की रडार पर निर्वतमान मंत्री, विधायक तथा चन्नी परिवार के करीबी रिश्तेदार भी है।
संकेत इस बात के मिल रहे है, कभी भी ईडी उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में ले सकती है। कहने का भाव आने वाले दिनों में कांग्रेस तथा सीएम चन्नी की ओर मुश्किलें बढ़ने वाली है। पता चला है कि हन्नी तथा उसने साथियों समेत अवैध रेत खनन में भी खूब सारी काली कमाई की।
पिछले दिनों ईडी की रेड से वहां (हन्नी के आवास) पर नकदी दस करोड़ रुपए मिल चुका है। किसी प्रकार से कोई दस्तावेज हन्नी ईडी के समक्ष पेश नहीं कर पाया। जिसे ईडी ने जब्त कर लिया। नकदी के अलावा कई संपत्ति के दस्तावेज भी हासिल हुए थे। ईडी की जांच में हन्नी ने कबूला था कि यह संपत्ति काली कमाई से बनाई गई। ईडी ने कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से संपत्ति को अटैच करने का काम शीघ्र गति से शुरू कर दिया।