13 विद्यार्थी संक्रमित..पंजाब में बड़े खतरे की घंटी

एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।

पिछले दौर में कोविड-19 का खतरा कम होने के संकेत मिल रहे थे। प्रदेश संक्रमितो की संख्या एकदम कम होने से, इस बात के प्रमाण मिल रहे थे कि पंजाब में अब कोरोना समाप्त होने की ओर है, जबकि, पंजाब के मुक्तसर साहिब के नवोदय विद्यालय 13 विद्यार्थियों की टेस्ट रिपोर्ट में संक्रमित आ जाना, इस बात की ओर संकेत मिल रहा है कि पंजाब में खतरे की घंटी बज चुकी है। 

वैसे भी, कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। यह लहर बच्चों के लिए काफी खतरनाक है। इस बारे तो विशेषज्ञों ने भी पुष्टि कर डाली है। इस पूरे प्रकरण में कुछ लोगों की गलतियां भी सामने आ रही है। अब लोग कोरोना नियमों की पालना भी नहीं कर रहे है। मुंह से मास्क, हाथ में सैनिटाइजर जैसी बचाव प्रक्रिया का इस्तेमाल करना लोगों ने बंद कर दिया। उनके मुताबिक, अब कोरोना समाप्त हो चुका है। जबकि कोरोना लहर कम हुई है , नाकि समाप्ति।

विशेषज्ञों की मानें तो उनके मुताबिक, सर्द मौसम में कोविड-19 का प्रकोप बढ़ने के आसार बढ़ जाते है।  इसलिए, इन दिनों कुछ खास बातों पर ध्यान देने की जरूरत है, अगर नियमों की पालना कड़ाई से की जाए तो शायद ही कोई कोविड की चपेट में आ सके। समय के मुताबिक अपना टीकाकरण कराया जाए। क्योंकि बचाव के लिए इसकी दो डोज लेना शरीर के लिए काफी आवश्यक है।

इस बीच कोरोना योद्धाओं की मुहिम पर भी पानी फिरता नजर आ रहा है। क्योंकि, मुश्किल समय में इन यौद्वाओं ने अपनी जीवन की परवाह किए बिना कैसे  कोविड पीड़ितों की जान बचाई। इतना ही नहीं, कई कोरोना योद्वा लोगों की जिंदगी बचाते-बचाते खुद शहीद हो गए। नम आंखों हर किसी ने मनुष्यता के नाते सच्ची श्रद्धांजलि तो जरुर दी गई, जबकि उनकी बातों पर हर किसी ने गौर नहीं किया। 

समय के मुताबिक, हर किसी को कोविड से बचने के लिए नियमों की कड़ाई से पालना करनी होगी, नहीं तो बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। यह लहर बच्चों के लिए खतरनाक है। अभी तक इनके लिए डोज भी नहीं तैयार हुआ। परीक्षण तो जरुर हो चुका है, जबकि अभी इसके परिणाम के बारे , भारतीय स्वास्थ्य विभाग तथा सरकार ने कोई अधिकारिक जानकारी नहीं दी।

शिक्षण संस्थानों के लिए बड़ी चुनौती

इस समय शिक्षण संस्थानों के लिए बड़ी चुनौती है, क्योंकि, उन्हें ही सबसे पहले देखना होगा कि उनके यहां पर पढ़ने वाले विद्यार्थियों से किस प्रकार नियमों का पालन कराने में सफल रह पाते है।

चूंकि, पंजाब सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक शिक्षण संस्थान को नोटिस जारी करते कहा कि विद्यार्थियों से नियमों की पालना कराना शिक्षण संस्थान प्राथमिकता होगी। अगर, किसी प्रकार से स्कूल की अनगेली सामने आती है तो उसके खिलाफ कड़ाई से कानूनी कार्रवाई का प्रावधान भी रखा गया। 

सिलसिला नहीं थमा….तो लेना बड़ा सकता है बड़ा फैसला

स्वास्थ्य संबंधी विशेषज्ञों के मुताबिक , अगर कोविड का सिलसिला नहीं थमा तो सरकार को दोबारा से बड़ा फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। क्योंकि श्री मुक्तसर साहिब के नवोदय विद्यालय में एक साथ 13 विद्यार्थी कोविड-19 के चपेट में आने से सरकार के लिए भी चिंता बढ़ा दी। जबकि, समय के मुताबिक उस स्कूल ने बड़ा फैसला लेते हुए स्कूल कुछ दिन के लिए बंद करने का निर्णय लिया। 

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